अमेठी में तीन अक्टूबर को हुए शिक्षक परिवार हत्याकांड के बाद समाज कल्याण विभाग ने सहायता राशि जारी कर दी। जिसमें मृत शिक्षक और दोनों बेटियों के आश्रित के रूप में शिक्षक के पिता को 12 लाख से अधिक की सहायता राशि जारी की है। वहीं शिक्षक की पत्नी पूनम का आश्रित निर्धारित न होने से उनकी सहायता राशि अधर में फंस गई है। आश्रित तय होने के बाद उनके खाते में सहायता राशि भेजी जाएगी। दरअसल रायबरेली के गदागंज थानाक्षेत्र के सुदामापुर गांव के रहने वाले निवासी सुनील कुमार अमेठी के सिंहपुर के पंहौंना कंपोजिट विद्यालय में सहायक शिक्षक के पद पर तैनात थे। शिक्षक अपनी पत्नी पूनम और दो बेटियों सृष्टि, लाडो के साथ अहोरवा भवानी चौराहे पर किराए का मकान लेकर रहते थे। 3 अक्टूबर की शाम शिक्षक दम्पत्ति और उनकी दोनों बेटियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारोपी चंदन वर्मा को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है। मृतक आश्रितों को सहायता राशि उपलब्ध कराने का निर्देश मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचने पर हरकत में आए शासन ने जिला प्रशासन को मृतक आश्रितों को तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। जिस पर सीडीओ ने पुलिस महकमें से बात कर प्रस्ताव मंगवाया। लेकिन जिला समाज कल्याण विभाग के पास सहायता राशि का बजट नहीं था। इस पर रविवार को समाज कल्याण निदेशालय द्वारा आनन-फानन में बजट उपलब्ध कराया गया। जिसके बाद जिला समाज कल्याण विभाग ने मृतक शिक्षक सुनील कुमार, बेटी सृष्टि और लाडो के आश्रित शिक्षक के पिता राम गोपाल के बैंक खाते में आज प्रति मृतक 4 लाख 12 हजार 500 रुपए के हिसाब से 12 लाख 37 हजार 500 रुपए की धनराशि भेज दिया है। जिला समाज कल्याण अधिकारी मनोज कुमार शुक्ला ने बताया कि शिक्षक की मृतक पत्नी पूनम का आश्रित तय न होने के कारण सहायता राशि नहीं भेजी गई है। आश्रित निर्धारित होने के बाद पहली किस्त के रूप में 4 लाख 12 हजार 500 रुपए की सहायता राशि जारी कर दिया जाएगा। चार्ज सीट दाखिल करने के बाद सभी चारों मृतकों के आश्रित को इतनी ही सहायता राशि की दूसरी किस्त भेजी जाएगी।
