अम्बेडकरनगर में गांधी आश्रम अकबरपुर में कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा है। वर्तमान और रिटायर्ड कर्मचारियों ने संस्था के मंत्री रमेश चंद्र तिवारी के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। आरोप है कि तिवारी कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं और वेतन फंड जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। वेतन और फंड को लेकर नाराजगी
धरने पर बैठे कर्मचारी संत बक्स यादव ने बताया कि वर्षों तक गांधी आश्रम में सेवा देने वाले रिटायर्ड कर्मचारियों को उनका फंड नहीं मिला है। वर्तमान में कार्यरत कर्मचारियों को भी महीनों से वेतन नहीं दिया जा रहा, जिससे परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर कर्मचारियों को निकालने का आरोप
कर्मचारियों का कहना है कि जब भी वे अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाते हैं, रमेश चंद्र तिवारी उन्हें अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर नौकरी से निकालने की धमकी देते हैं। कृष्ण मोहन शुक्ला ने बताया कि वेतन न मिलने से कर्मचारी आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। मंत्री पद को लेकर विवाद
धरने पर बैठे कर्मचारियों का यह भी कहना है कि रमेश चंद्र तिवारी, जो मंत्री पद पर काबिज हैं, अब इस पद पर बने रहने के योग्य नहीं हैं क्योंकि उनकी उम्र अधिक हो चुकी है। कर्मचारियों की मांग है कि तिवारी को मंत्री पद से हटाया जाए और उनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाए। इस धरने में बनारसी यादव, गौतम दूवे, लल्लन प्रसाद, श्याम चंद्र, लोदी यादव और नथुनी सिंह सहित कई अन्य कर्मचारी भी शामिल हैं। धरना तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।
