अयोध्या के कोतवाली बीकापुर क्षेत्र में एक गांव की 19 वर्षीय युवती के साथ पड़ोसी ने दुष्कर्म का प्रयास किया था। और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी थी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस नहीं दर्ज कर रही थी। शिव सेना के एक नेता ने जब हस्तक्षेप किया तो पुलिस ने आरोपी युवक विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की। मिली जानकारी के मुताबिक बीकापुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में बीती 29 सितंबर की रात छत पर बने कमरे में सो रही युवती के कमरे में पड़ोसी युवक ने घुसकर छेड़छाड़ करते हुए दुष्कर्म करने का प्रयास किया था। चिल्लाने पर जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया था। जिसकी लिखित शिकायत पीड़िता ने कोतवाली बीकापुर पुलिस को दिया था। लेकिन पुलिस जांच पड़ताल का हवाला देते हुए प्राथमिकी नहीं दर्ज कर रही थी। पीड़ित परिवार इधर-उधर न्याय के लिए भटक रहा था। शिवसेना नेता ने जब मामले को प्रमुखता से उठाया तो पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों के फटकार के बाद स्थानीय पुलिस ने तहरीर के आधार पर प्राथमिक की दर्ज कर पीड़िता का मजिस्ट्रेटी बयान भी दर्ज करना शुरू कर दिया है। वहीं पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों का कहना है कि बीएनएस की धारा के अंतर्गत पहले जांच-पड़ताल की जाती उसके बाद ही प्राथमिकी दर्ज की जाती है। जांच में मामला सही पाया गया तो कारवाई की जा रही है।
