आगरा में थाना अछनेरा में सरकारी चावलों की अवैध खरीद फरोख्त करने वालों को गिरफ्तार किया गया। सरकारी चावलों को हरियाणा और पंजाब में बेचा जाता था। पुलिस ने 559 बोरियां बरामद की हैं।
जिला पूर्ति अधिकारी को सूचना मिली कि कुछ लोगों द्वारा रायभा गांव के बुद्धा का नगला में सरकारी चावलों की खरीद फरोख्त की जा रही है। सूचना मिलने पर जांच टीम बनाई गई। जिसमें क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी विमल सिकरवार, रानू रस्तोगी, प्रदीप कुमार तिवारी के साथ पूर्ति निरीक्षक विशाल कुमड़िया, शैकी राणा, पूर्ति लिपिक राजीव तिवारी, प्रशांत कुमार शामिल थे। टीम ने बताए गए पते पर छापा मारा। वहां एक बड़ा ट्रेलर खड़ा था, जिसमें 100 कट्टे प्लास्टिक के थे। जिसमें चावल भरे थे। एक लोडिंग टेंपों में 60 प्लास्टिक की बोरियों में चावल और एक कमरे के अंदर 62 जूट की बोरियां मिलीं। अहाते में 337 बोरियां रखी हुई थीं। कुल 559 बोरियां बरामद की गईं। जूट से प्लास्टिक की बोरियों में भरते थे चावल
पूछताछ में रायभा निवासी मनीष ने बताया कि वो चावल का व्यापार करता है। फेरी वालों से चावल खरीदता है। ट्रेलर चालक हाथरस निवासी संतोष ने बताया कि वो हरियाणा के ट्रांसपोर्टर की गाड़ी चलाता है। वाहन को किराए पर लेकर आया है। जांच में पता चला कि चावल फोर्टीफाइड हैं। मनीष और सुमित सरकारी वितरण प्रणाली के चावल को अवैध रूप से स्टोर करते थे। फिर ऊंचे दामों पर हरियाणा और पंजाब में बेचते थे। जूट की बोरियों में आने वाले सरकारी चावलों को प्लास्टिक के कट्टों में भरा जाता था। ट्रेलर व लोडिंग टेंपों थाना अछनेरा के सुपुर्द किया गया है। पूर्ति निरीक्षक सुनील कुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। सुमित और मनीष को गिरफ्तार कर लिया गया है।
