आगरा से दिल्ली-एनसीआर में होने वाली पार्टियों में विदेशी गांज की सप्लाई हो रही थी। लखनऊ से आई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की टीम ने रविवार रात को चर्च रोड स्थित शांति निकेतन अपार्टमेंट में छापा मारकर जमीन कारोबारी के बेटे आकाश गोयल को गिरफ्तार किया। आरोप है कि वह तस्करों से गांजा खरीदकर आगरा में युवाओं को बेचता है। उसके पास से 90 ग्राम गांजा बरामद किया गया है। डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि एनसीबी की टीम को विदेशी गांजा आगरा में बेचे जाने की सूचना मिली थी। इस पर टीम ने हरीपर्वत पुलिस से संपर्क किया। आरोपी की लोकेशन चेक की गई। शांति निकेतन अपार्टमेंट में पुलिस ने छापा मारा। पार्किंग में खड़ी कार में आरोपी आकाश गोयल मिला। उसकी गाड़ी के डैशबोर्ड में 30 ग्राम गांजे की पुड़िया मिली। पुलिस उसके फ्लैट में पहुंची। आरोपी के कमरे में दो पुड़िया और मिलीं। इनमें 30-30 ग्राम गांजा रखा हुआ था। 10 हजार रुपये भी बरामद किए गए। डीडीए किट से जांच में गांजे की पुष्टि होने की बात कही जा रही है। एजेंट करता था सप्लाई
पुलिस ने बताया कि दिल्ली एनसीआर का सेंटा नामक एजेंट विदेशी गांजे की सप्लाई युवाओं को करता है। आकाश पहले गुरुग्राम में पार्टी करने जाता था। तब उसके दोस्त ने सेंटा से संपर्क कराया। वह स्नैप चैट पर बात करता है। ऑनलाइन भुगतान करने पर गांजा डिलीवर कर दिया जाता है। आकाश अपने लिए गांजा मंगवाने लगा। पहले उसने दोस्तों को बेचना शुरू किया। बाद में बिक्री का दायरा बढ़ा दिया। दिल्ली पुलिस को आकाश के बारे में इनपुट मिला था। इसके बाद एनसीबी को जानकारी दी गई। 7.50 लाख रुपए प्रति किग्रा कीमत
पुलिस का कहना है कि बरामद गांजा कनाडा से लाया गया है। यह हरे और भूरे रंग का होता है। इसमें दुर्गंध नहीं आती। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस गांजे की कीमत 7.50 लाख रुपये प्रति किलोग्राम है। देसी गांजा 5 से 10 हजार रुपये किलोग्राम में मिल जाता है। विदेशी गांजे को कम ही लोगों को बेचा जाता है। कम मात्रा में डिलीवरी की जाती है। 10-10 ग्राम की पुड़िया बनाकर एजेंट बेचते हैं। आकाश के साथ 6-7 लोग और हैं। उनकी तलाश की जा रही है। शहर में गांजा पहली बार नहीं पकड़ा गया। देसी गांजा कई बार ट्रक, टैंकर, ट्रेन में पकड़ा जा चुका है। पुष्पा फिल्म की स्टाइल में गांजा छिपाकर भी लाया जाता है। कई बार हरियाणा की शराब भी पकड़ी जा चुकी है।
