कानपुर में वायुसेना की 92वीं वर्षगांठ पर चकेरी में एयर-शो किया गया। आसमान में उड़ते हेलीकॉप्टर और विमानों की कलाबाजी देख लोग हैरत में पड़ गए। इस एयर शो में पहली बार सारंग एयरोबेटिक टीम ने ध्रुव हेलीकॉप्टर के साथ शो किया। एचएएल निर्मित पांच ध्रुव हेलीकॉप्टर के जरिए वायुसेना के जांबाजों ने डॉल्फिन लीप, डबल एरो क्रॉस, सारंग स्प्लिट, क्रॉस ओवर ब्रेक बनाए। एयर शो में एयर कमोडोर एमके प्रवीण वीएम एयर ऑफिसर कमांडिंग, वायु सेना स्टेशन कानपुर के साथ-साथ भारतीय वायुसेना के अधिकारी और रक्षा बल शामिल हुए। सारंग टीम भारतीय वायु सेना के लिए ब्रांड एंबेसडर की तरह काम करती है। सारंग टीम दुनिया की एकमात्र सैन्य प्रदर्शन टीम है, जो पांच हेलीकॉप्टरों का उपयोग करती है। एयर शो की पहले 3 तस्वीरें देखिये… अब तक 1200 से अधिक प्रदर्शन किए
टीम ने स्वदेशी रूप से विकसित एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टर का प्रदर्शन करते हुए भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 386 से अधिक स्थानों पर 1,200 से अधिक प्रदर्शन किए हैं। टीम कानपुर के युवाओं को प्रेरित करने और उन्हें भारतीय सशस्त्र बलों में करियर चुनने के लिए प्रोत्साहित करने के अपने मिशन को कायम रखते हुए वायु सेना स्टेशन कानपुर के हवाई क्षेत्र में प्रदर्शन कर रही है। क्या है एचएएल ध्रुव
यह हल्का हेलीकॉप्टर है। यह भारी एमआई-17 की तुलना में ज्यादा ऊंचाई वाले हेलीपैड से ज्यादा लोगों को ले जा सकता है। यह वहां उतर सकता है। जहां हल्का बेल 407 नहीं उतर सकता है। इसमें हथियार प्रणाली एकीकृत संस्करण प्रणाली लगी है। 12.7 मिमी के गोलों के खिलाफ कवच सुरक्षा भी करता है। इसमें सबसे आगे 20 मिमी की बुर्ज गन लगी है। रॉकेट लॉन्चर से लैस हेलीकॉप्टर में हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल और हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल के साथ ही दिन और रात दोनों में लक्ष्यों को भेदने की ताकत है।
