उन्नाव में सपा विधायक डॉ. रागिनी सोनकर ने कमलावती अस्पताल में आयोजित एक मुफ्त आई कैंप के दौरान मरीजों की आंखों की जांच की और आवश्यक दवाइयां व परामर्श दिया। इस कार्यक्रम के दौरान विधायक रागिनी सोनकर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर तीखे हमले किए और प्रदेश में हो रहे एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाए। रागिनी सोनकर ने कहा, “भाजपा सरकार 2017 में सत्ता में आई थी और तब इन्होंने वादा किया था कि प्रदेश का कानून-व्यवस्था मजबूत करेंगे। लेकिन एनसीआरबी के आंकड़े कुछ और ही तस्वीर पेश कर रहे हैं। दलितों, महिलाओं, युवाओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। एनकाउंटर में मारे जाने वाले अधिकांश लोग अल्पसंख्यक, दलित और पिछड़े वर्ग के होते हैं। हर बार एक ही कहानी दोहराई जाती है—चोरी की घटना और फिर पुलिस द्वारा उस व्यक्ति की हत्या।” उन्होंने आगे कहा, “इस तरह के फर्जी एनकाउंटर लोगों के बीच आक्रोश पैदा कर रहे हैं। बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के चलते युवा हताश हो रहे हैं।” उत्तर प्रदेश के सबसे भ्रष्ट विभागों में बिजली विभाग शामिल
इसके अलावा, बिजली विभाग में भ्रष्टाचार पर बोलते हुए रागिनी सोनकर ने ऊर्जा मंत्री एके शर्मा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश के सबसे भ्रष्ट विभागों में बिजली विभाग शामिल है। एक दिन में 600 ट्रांसफार्मर खराब हो गए, जिससे स्पष्ट होता है कि ट्रांसफार्मर की गुणवत्ता बेहद खराब है। पूर्वांचल में बिजली बिल वसूली में 900 करोड़ का घोटाला हुआ है, और मुझे लगता है धीरे-धीरे और भी घोटाले सामने आएंगे।” साथ ही, उन्होंने बिजली विभाग से आग्रह किया कि जाते-जाते जनता के पैसे से वसूले गए टैक्स का सही उपयोग करते हुए ट्रांसफार्मर और पोल लगवाए जाएं ताकि उनकी विदाई सम्मानजनक हो। सारे विभागों में सबसे भ्रष्ट बिजली विभाग
ट्विटर (X) पर छिड़ी मंत्री एके शर्मा और सपा के मीडिया ट्विटर सेल पर हुए विवाद को लेकर रागिनी सोनकर ने कहा- मर्यादित भाषा का प्रयोग करना चाहिए। जितना मर्यादित भाषा का प्रयोग करेंगे उतना ही आपको रिस्पेक्ट मिलेगी। रही बात बिजली विभाग की तो मुझे लगता है उत्तर प्रदेश के सारे विभागों में सबसे भ्रष्ट विभाग हैं। सबसे कम काम और सबसे खराब काम अगर कहीं हो रहा है तो बिजली विभाग का हो रहा है मैं अगर अपने जिले की बात करूं तो मेरे जिले में एक दिन में 600 ट्रांसफार्मर एक साथ खराब हुई। पूर्वांचल में 900 करोड़ का घोटाला हुआ
इससे साफ-साफ यही स्पष्ट होता है कि ट्रांसफार्मर की गुणवत्ता में कमी है। पूर्वांचल में सिर्फ बिजली वसूली के लिए बिजली के बिल को लेकर के 900 करोड़ का घोटाला किया गया है। उत्तर प्रदेश में कितना घोटाला हुआ है मुझे लगता है धीमे-धीमे सब सामने आ ही जाएगा। मुझे लगता है कि मंत्री जी को जाते-जाते कुछ अच्छा काम करना चाहिए,जनता से टैक्स के माध्यम से जनता का हक जो वसूला गया है कम से कम आप उनके वहां पोल लगवा दें,तार लगवा दे अच्छे ट्रांसफार्मर लगवा दें और अच्छे से विदाई हो जाए।