कानपुर का एकता गुप्ता हत्याकांड ने जहां एक ओर सभी को दहला दिया तो वही, अब पुलिस हर एक पहलुओं पर जांच कर रही हैं। आरोपी को जल्द सजा दिलाने के लिए फास्ट्रेक कोर्ट में सुनवाई की बात कही गई तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस हडि्डयों की DNA जांच के लिए सैंपल लखनऊ स्थित लैब के लिए भेजेगी। आरोपी जिम ट्रेनर विमल सोनी ने एकता की हत्या करने के बाद उसके शव को डीएम कंपाउंड में छिपा दिया था। पुलिस ने 4 माह बाद एकता का कंकाल बरामद किया था। कंकाल का पोस्टमॉर्टम रविवार को हुआ था। यूपी के सैंपल तीन जगहों पर होती जांच यूपी में अगर डीएनए जांच के लिए सैंपल भेजे जाते है तो उसके लिए पूरे प्रदेश में 3 सेंटर बने हैं। पहला लखनऊ, दूसरा मथुरा और तीसरा झांसी में बना है, लेकिन कानपुर का जो भी मामला होता है उसके सैंपल अधिकतर लखनऊ लैब के लिए भेजे जाते हैं। कई महिनों लग जाते है जांच रिपोर्ट आने में
DNA की जांच रिपोर्ट आने में कई-कई महिने लग जाते हैं। इस कारण कोर्ट में पैरवी भी कई मामलों में ठीक से नहीं हो पाती है, लेकिन ऐसे मामलों में यदि पुलिस द्वारा सीधे लैब में संपर्क कर निवेदन किया जाता है तो कम से कम 15 दिन और अधिक से अधिक एक माह के अंदर रिपोर्ट मिल जाती है। जानिए क्या था पूरा प्रकरण
कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम में जिन ट्रेनर विमल सोनी ने कारोबारी राहुल गुप्ता की पत्नी एकता गुप्ता की 4 माह पूर्व अगवा कर हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने शव को जिलाधिकारी कंपाउंड में गड्ढे में छिपा दिया था। एकता ग्रीनपार्क में जिम करने जाती थी। उसी दौरान एकता और विमल के बीच नजदीकियां बढ़ गई। आरोपी विमल ने पुलिस को बताया कि एकता हमारी (विमल) शादी तय होने के बाद से मुझे ब्लेकमेल करती थी। इस कारण उसकी हत्या कर शव को छिपा दिया था। 4 माह बाद बरामद हुआ कंकाल
4 माह बाद जब आरोपी विमल सोनी पकड़ा गया तो उसने घटना को कबूला। इसके बाद पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर डीएम कंपाउंड में जाकर खुदाई कराई। इसके बाद एकता का कंकाल बरामद हुआ था।