कासगंज के रहने वाले कानूनगो मनोज माहेश्वरी एक 50 दिन से लापता है। वह फतेहगढ़ में तैनात थे। लेकिन पुलिस अभी तक उनका कोई सुराग नही लगा पाई है। परिवार वालों की चिंता उनको लेकर बढ़ती जा रही है और उनको अनहोनी का डर सता रही है। कासगंज के बिलराम गेट के समीप के रहने वाले मनोज रोज की तरह 20 अक्टूबर को फतेहगढ़ गए थे। लेकिन उनके परिवार को ये नहीं पता था कि आज वह वापस नहीं लौटेंगे। परिजनों के मुताबिक, मनोज 20 अक्टूबर की शाम 5 बजकर 20 मिनट पर ऑफिस से बाहर निकले और वहीं से लापता हो गए। उनका भी मोबाइल भी वहीं स्विच ऑफ हो गया। काफी देर इंतजार करने के बाद भी नहीं लौटे तो पुलिस सहायता ली गई। ऑफ फतेगढ़ थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई गई। पुलिस ने मनोज माहेश्वरी को तलाश किया, लेकिन उनका कहीं-कहीं पता नहीं चल सका। करीब 1 महीने 7 दिन के बाद यानी की 28 सितंबर को पुलिस ने मनोज माहेश्वरी के अपहरण होने की धाराओं में मामला दर्ज किया। लेकिन फिर भी पुलिस उन्हें तलाश न कर पाई। मनोज की पत्नी संगीता एक-एक करके सभी आला अधिकारियों से अपने पति को ढूंढवाए जाने की गुहार लगाई। लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात रहा। अब संगीता माहेश्वरी का कहना है। जो पुलिस प्रशासन एक सरकारी आदमी को 1 महीना 20 दिन हो जाने के बाद भी नहीं ढूंढ पा रही है। तो वह आम आदमी के साथ क्या ही न्याय करेगी। फिलहाल संगीता लगातार अधिकारियों से उनके पति को ढूंढे जाने की गुहार लगा रही हैं।
