चंदौली के कलेक्ट्रेट में सोमवार को जिला निगरानी समिति (दिशा) की बैठक हुई। इसमें सपा सांसद वीरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में विकास कार्यो की विभागवार समीक्षा हुई। इस दौरान सपा सांसद ने मनरेगा के तहत बड़े पैमाने पर अनियमितता का मामला उठाया गया। वहीं सपा से राबर्टसगंज के सांसद छोटेलाल खरवार ने जिला पंचायत के तहत कराए जा रहे कार्यो के बोर्ड पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबलि सिंह का नाम लिखे जाने पर आपत्ति दर्ज कराया। वहीं भाजपा के विधायक सुशील सिंह ने चंद्रप्रभा खंड की नहरों में पानी को टेल तक पहुंचाने की मांग किया। उन्होंने एक्सईएन सर्वेश सिन्हा की कार्यशैली पर भी निशाना साधा। कार्यशैली ठीक करने का दिया सुझाव सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने बताया कि दिशा की बैठक काफी सकारात्मक रही। इसमें पक्ष और विपक्ष के जनप्रतिनिधियों ने विकास कार्यों को गति देने के लिए समन्वय बनाकर हर मुद्दों पर विस्तार से चर्चा किया। हालांकि कुछ अफसरों की कार्यशैली अभी ठीक नहीं हैं। उन्हें आगामी बैठक के दौरान कार्यशैली ठीक करने का सुझाव दिया गया हैं। भाजपा की राज्यसभा सांसद साधना सिंह ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हो रहे विकास कार्य काफी सुस्त गति से चल रहे हैं। इसके चलते सरकार की महत्वपूर्ण योजना का लोगों को लाभ नहीं मिल रहा हैं। विकास कार्यो की जांच कराने की मांग भाजपा के विधायक रमेश जायसवाल ने कहा कि अफसरों को जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित करने की जरूरत हैं। उन्होने स्वास्थ्य, शिक्षा और पंचायतीराज विभाग की योजना को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए अफसरों को सुझाव दिया। सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह ने क्षेत्र पंचायत के तहत कराए जाने वाले कार्यो की जांच कराने की मांग किया। आरोप लगाया कि कुछ जनप्रतिनिधि अपने परिवार के लोगों के नाम पर फर्म बनाकर सरकारी धन का पेमेंट किए हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष दीनानाथ शर्मा, विधायक कैलाश खरवार, डीएम निखिल टीकाराम फुंडे, एसपी आदित्य लांग्हे, सीडीओ एसएन श्रीवास्तव सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
