झांसी के समथर में अवैध रूप से पटाखे बनाते समय हुए विस्फोट में झुलसी पटाखा कारोबारी की पत्नी समेत दो महिलाओं की इलाज के दौरान शुक्रवार को मौत हो गई। उनका लखनऊ स्थित केजीएमसी में इलाज चल रहा था। पोस्टमार्टम के बाद शव झांसी लाए गए। मौत के बाद नाराज परिजनों ने रात में सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया। वे मुआवजे की मांग पर अड़े हैं। पुलिस के अधिकारी उन्हें समझाने में जुटे हुईं। वहीं, अभी एक युवती की हालत नाजुक बताई जा रही है। अवैध रूप से बन रहे थे पटाखा एक अक्टूबर को समथर में अवैध रूप से बन रहे पटाखों के निर्माण के दौरान विस्फोट हुआ था। इससे पटाखा कारोबारी बन्ने खान की पत्नी नसरीन (35) समेत लक्ष्मी साहू (40) पत्नी महेश, शिवानी (18) पुत्री रवि समेत आठ गंभीर रूप से घायल हो गए। नसरीन, लक्ष्मी एवं शिवानी की हालत नाजुक होने पर इनको लखनऊ स्थित केजीएमसी रेफर कर दिया गया। करीब दस दिन से उनका उपचार चल रहा था। शुक्रवार सुबह पहले लक्ष्मी ने दम तोड़ा। उसके कुछ घंटे बाद नसरीन की भी मौत हो गई। दोनों के शवों का लखनऊ में पोस्टमार्टम कराया गया। नसरीन का पति बन्ने खां जेल में बंद है। बता दें, हादसे में नई बस्ती निवासी आरती (18) पुत्री लक्ष्मण, रोहिणी पुत्री रामकुमार, विनोद (18), सुखदेवी (46) पत्नी लक्ष्मण, रीवा पुत्री शरीफ भी घायल हो गए थे। इनकी हालत अब सामान्य है।