लखनऊ में पीजीआई की डॉक्टर से 2.80 करोड़ की ठगी करने के मामले कोर्ट के आदेश के बाद 11 लाख 36 हजार रुपए वापस कराया गया। ये अमाउंट आरोपियों के पास से नगद जब्त किया गया था। जिसे कानूनी प्रक्रिया के बाद वापस किया गया। ठगी की घटना को अंजाम देने वालों को जेल भेजा जा चुका है। बता दें साइबर जालसाजों ने पीजीआई डॉक्टर की रुचिका टंडन को कॉल करके खुद को TRAI का अधिकारी बताकर SKYPE एप डाउनलोड कराया। सीबीआई ऑफिसर बनकर मनीलॉन्ड्रिग केस में फंसाने की धमकी देकर 1 अगस्त से 8 अगस्त तक डिजिटल अरेस्ट कर अलग- अलग खातों में 2 करोड़ 81 लाख रुपए ट्रांसफर कराकर ठगी की थी। मामले में साइबर टीम ने 18 अपराधियों को गिरफ्तार किया था। जिसमें से झालावाड, राजस्थान के रहने वाले लोकेश जैन पुत्र कोमल सिंह के पास से 2 लाख 91 हजार, बूंदी राजस्थान के रहने वाले पवन जैन पुत्र अनिल कुमार के पास से 7 लाख और पटना बिहार के रहने वाले गोपाल कुमार उर्फ राहुल पुत्र विजय कुमार वर्मा के पास से 1 लाख 45 हजार 400 रूपए नगद बरामद किए थे। जिसे सोमवार को कोर्ट के आदेश के बाद वापस किया गया।
