प्रदेश के निकाय कर्मचारियों की लम्बित मांगों पर अब तक कोई सार्थक निर्णय न होने से असंतोष व्याप्त है। इसी संदर्भ में आज प्रदेश अध्यक्ष शशि कुमार मिश्र के नेतृत्व में लखनऊ इकाई के प्रतिनिधियों ने नगर विकास मंत्री के आवास पर मुलाकात की। प्रतिनिधियों ने पूर्व बैठकों के निर्णयों पर क्रियान्वयन न होने और निकाय कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर विभाग की उदासीनता पर आपत्ति जताई। मंत्री का आश्वासन
नगर विकास मंत्री ने चल रहे महाकुंभ 2025 की व्यस्तता का हवाला देते हुए फरवरी 2025 के पहले सप्ताह में महासंघ के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित करने का आश्वासन दिया। मंत्री ने यह भी कहा कि पिछली बैठकों में लिए गए निर्णयों का क्रियान्वयन शीघ्र कराया जाएगा। आंदोलन की चेतावनी
इन परिस्थितियों में महासंघ ने प्रदेश की सभी इकाइयों और क्षेत्रीय अध्यक्षों को फरवरी के पहले सप्ताह तक समस्याओं पर चर्चा और समाधान की स्थिति की समीक्षा करने का निर्देश दिया है। यदि मंत्री जी द्वारा दिए गए समय में समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो महासंघ ने एक बड़े आंदोलन की रणनीति और तैयारी करने का निर्णय लिया है। प्रतिनिधियों की भागीदारी
लखनऊ इकाई से शामिल प्रमुख कर्मचारी प्रतिनिधियों में राम कुमार रावत, सैयद कैसर रज़ा, आरपी सिंह, संजय चंद्रा, अमरेन्द्र दीक्षित, विजय यादव, अनिल शुक्ला, अखिलेश तिवारी और संतराम मौर्या आदि मौजूद रहे। महासंघ की अपील
महासंघ ने सभी निकाय कर्मचारियों से अपील की है कि वे स्थानीय स्तर पर अपनी समस्याओं की चर्चा जारी रखें और फरवरी में होने वाली बैठक का परिणाम आने तक तैयारी में जुटे रहें। महासंघ ने स्पष्ट किया है कि यदि उनकी मांगों पर उचित निर्णय नहीं लिया गया तो आंदोलन के जरिए अपनी आवाज बुलंद की जाएगी।
