नोएडा एयरपोर्ट के पास बनने वाले मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क की योजना खटाई में पड़ सकती है। यमुना प्राधिकरण के इस अधिसूचित क्षेत्र में धड़ल्ले से आवासीय भूखंडों की रजिस्ट्री हो रही है। प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि अलीगढ़ जिला प्रशासन को आवासीय श्रेणी में होने वाली रजिस्ट्री पर रोक लगाने के लिए पत्र लिखा है। इस प्रोजेक्ट की लागत 640 करोड़ रुपए है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने अपने मास्टर प्लान के तहत नियोजित मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क और अन्य परियोजनाओं के लिए अलीगढ़ के टप्पल गांव में कुल 1,900 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण करने का निर्णय लिया है। पिछले साल, प्राधिकरण ने टप्पल में 736 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण करने के लिए एक अधिसूचना जारी की थी। वर्तमान में सामाजिक प्रभाव मूल्यांकन (एसआईए) करने की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद भी यहां धड़ल्ले से प्लाटों काटे गए और बेचे गए। जिसने प्राधिकरण की चिंता को बढ़ा दिया है। 90 गांव में प्लाटिंग पर है रोक
यीडा (यमुना विकास प्राधिकरण) ने इस क्षेत्र के 90 गांवों में आवासीय प्लाटिंग पर रोक लगाई हुई है। इसके बाद भी पिछले कुछ सालों में यहां 500 से ज्यादा प्लाट बेचे गए। यहां सर्किल रेट से पांच गुना ज्यादा दामों में जमीन बेच दी गई है। दरअसल, यीडा के मास्टर प्लान फेज दो में टप्पल क्षेत्र को भी शामिल किया गया है। टप्पल और मथुरा के बाजना क्षेत्र में अर्बन सेंटर और लॉजिस्टिक हब बनाने की तैयारी है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। तीन फेज में विकसित होगा पार्क
364 एकड़ में फैले इस पार्क को तीन चरणों में विकसित किया जा रहा है, जिसकी कुल लागत 1,040 करोड़ है। फेज-1 में 205 एकड़ को कवर किया जाएगा, जिसमें मुख्य लॉजिस्टिक्स के संचालन के लिए 154 एकड़ जमीन भी शामिल है। फेज-2 और 3 लिए क्रमशः 110 और 48 एकड़ लैंड चाहिए। यह पार्क एक बड़ी शहरी औद्योगिक टाउनशिप के रूप में काम करेगा। ये कॉर्पोरेट और औद्योगिक निवेश को आकर्षित करने वाला एक मॉडर्न सुविधाओं और मजबूत कनेक्टिविटी से सुसज्जित क्षेत्र होगा।
