प्रतापगढ़ जिले में ‘मिशन शक्ति फेज-5’ अभियान के तहत महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार के आदेश के बाद एंटी रोमियो टीम और महिला बीट अधिकारी गांव-गांव जाकर जागरूकता कार्यक्रम चला रही हैं। इस दौरान सार्वजनिक स्थलों, शॉपिंग मॉल, रेलवे स्टेशन और धार्मिक स्थलों पर भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष अभियान
अभियान के तहत शिक्षण संस्थानों में जाकर छात्राओं को ‘गुड टच और बैड टच’ की जानकारी दी जा रही है। साथ ही साइबर क्राइम से संबंधित जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। चौपालों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं और बालिकाओं को आत्मरक्षा के तरीके सिखाए जा रहे हैं और सरकार द्वारा चलाई जा रही महिला कल्याण योजनाओं की भी जानकारी दी जा रही है। साइबर क्राइम से बचाव के उपाय
साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों को देखते हुए महिलाओं और बालिकाओं को साइबर फ्रॉड के बारे में जागरूक किया गया। पुलिस की ओर से बताया गया कि किसी अंजान व्यक्ति से ओटीपी शेयर न करें और किसी प्रकार का साइबर फ्रॉड होने पर तुरंत 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराएं। इसके अलावा, अन्य हेल्पलाइन जैसे 1090, 181, 108, 1076, 112, और 1098 के बारे में भी जानकारी दी गई। अभियान के विशेष ऑपरेशन
मिशन शक्ति अभियान के तहत जिले में कई ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं, जिनमें ऑपरेशन गरुड़, ऑपरेशन शील्ड, ऑपरेशन डेस्ट्राय, ऑपरेशन मजनू, और ऑपरेशन नशा मुक्ति शामिल हैं। ये ऑपरेशन महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, साइबर क्राइम से बचाव, और गुमशुदा बच्चों की बरामदगी के लिए चलाए जा रहे हैं। पुलिस की यह मुहिम महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में प्रोत्साहित किया जा रहा है।
