मऊ में 1954 से हर साल की तरह इस वर्ष भी ऐतिहासिक रामलीला का भव्य आयोजन किया जा रहा है। श्री राम बाललीला दुर्गा पूजा समिति के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों का सहयोग महत्वपूर्ण रहता है। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ताकि दर्शकों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। मऊ नगर के रामलीला के मैदान में इस साल भी भव्य और ऐतिहासिक रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम का समापन 14 अक्टूबर को शाही कटरा में होने वाले भरत मिलाप के साथ होगा। इस कार्यक्रम को देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहाँ आते हैं, जिससे हर साल यहाँ भारी भीड़ उमड़ती है। रामलीला के दौरान शिव धनुष टूटते ही मैदान में जय श्री राम के नारे गूंज उठे। लोग शाम होते ही रामलीला के मंच पर पहुंच जाते हैं और देर रात तक कार्यक्रम का आनंद लेते हैं। रामलीला का आयोजन लगभग दो सप्ताह तक चलता है और इसे देखने के लिए लोग सुबह 4 बजे से ही शाही कटरा के मैदान में पहुंचने लगते हैं। शाही कटरा में होने वाले भरत मिलाप का पूर्वांचल में विशेष महत्व है, जो इस रामलीला के आयोजन का प्रमुख आकर्षण है। यहाँ पर मस्जिद के ठीक सामने कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया जाता है, जिससे यह और भी दर्शनीय बन जाता है। सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी नगर कोतवाल अनिल कुमार सिंह ने संभाल रखी है। भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ताकि सभी दर्शक निश्चिंत होकर इस ऐतिहासिक आयोजन का आनंद ले सकें।
