मेरठ के खिवाई कस्बे से पकड़े गए मस्जिद के मोज्जिम महकार (26) को NIA की टीम ने नोटिस देकर छोड़ दिया है। लेकिन उसे अभी पूरी तरह से क्लीनचिट नहीं दी गई है। NIA उसके मोबाइल की फोरेंसिक जांच कर रही है। महकार को नोटिस में कहा गया है कि वह न तो मेरठ से बाहर जाएगा और न ही जांच को प्रभावित करने की कोशिश करेगा। इसके साथ ही उससे पिस्टल बरामदगी कराने को कहा गया है। NIA की टीम ने शनिवार सुबह यूपी ATS और IB के ज्वाइंट ऑपरेशन में महकार को पकड़ा था। मेरठ से ही नहीं देश के तमाम शहरों से NIA ने कई लोगों को हिरासत में लिया। NIA की टीम 4 घंटे की पूछताछ के बाद महकार को साथ ले गई थी। पिस्टल, मूवमेंट और नेटवर्क…तीन सवालों के मांगे जवाब
NIA की टीम ने महकार से 12 घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद देर रात उसको परिजनों की सुपुर्दगी में दिया गया है। महकार को टीम ने पूरी तरह से क्लीनचिट नहीं दी है। नोटिस के मुताबिक जब भी टीम जांच के लिए बुलाएगी तो महकार को जाना होगा। NIA ने महकार से पिस्टल के बारे में गहनता से पूछताछ की। सूत्रों की मानें तो टीम ने महकार काे पिस्टल बरामद कराने को कहा है। इसके अलावा टीम ने उसके पूरे मूवमेंट के बारे में जानकारी ली। मसलन, उससे मिलने कौन-कौन लोग आते थे। वह कहां-कहां जाता था। मोबाइल से खंगाला जा रहा पूरा नेटर्वक
महकार के मोबाइल का पुराना डाटा डिलीट मिला है। इसे रिकवर करने के लिए NIA उसकी फोरेंसिक जांच करा रही है। इसी के जरिए महकार के पूरे नेटवर्क के बारे में पता चलेगा। बहरहाल, NIA ने इस शर्त के साथ महकार को परिजनों के सुपुर्द किया है कि जब भी जरूरत पड़ेगी उसे पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। रविवार सुबह महकार के परिजन सरूरपुर थाने पहुंचे। थाना प्रभारी ने उनको बताया कि उच्चाधिकारी जब भी उसको बुलाएंगे तो जाना होगा। पिता के निधन के बाद बना था मस्जिद का मोज्जिम
महकार की मां आशिया के मुताबिक उनके पति जमशेद के इंतकाल के बाद महकार को बड़ी मस्जिद में मोज्जिम रख लिया गया था। महकार ने मदरसे में थोड़ी बहुत उर्दू की पढ़ाई की। वह मस्जिद में सफाई करने के साथ बच्चों को उर्दू भी सिखाता है। आशिया के सात बेटों में सबसे बड़ा इमरान (32) मजदूरी करता है। दूसरे नंबर का बाबू (29) ईंट ढुलाई करता है। तीसरे नंबर का महकार मस्जिद में मोज्जिम है। चौथे नंबर का महराज (24) गाजियाबाद के नाहल में मदरसे में बच्चों को पढ़ाता है। पांचवें नंबर का जुबेर (22) मजदूरी करता है। छठे नंबर का नूर आलम (20) आंखों की रोशनी चले जाने के कारण घर में रहता है। सातवें नंबर का शुऐब (18) मदरसे में पढ़ाई कर रहा है। PM आवास योजना से बना है घर
महकार की मां आशिया 150 गज के मकान में 6 बेटों, 2 बहू और 4 पोते-पोतियों के साथ रहती हैं। परिवार बेटों की मजदूरी से चलता है। दो कमरे 2020 में पीएम आवास योजना के अंतर्गत बने हैं। बुआ का हुआ था पाकिस्तान में निकाह, मेरठ एलआईयू से मांगी पूरी रिपोर्ट
महकार के पिता जमेशद की बहन कल्लो का निकाह करीब 45 साल पहले पाकिस्तान में हुआ था। जमशेद की बीवी आशिया ने बताया कि उसके निकाह को 40 साल हो गए। इसके बाद ननद कल्लो कभी गांव नहीं आई। परिवार के लोग इस बारे में कितना सच बोल रहे हैं, इसको लेकर एलआईयू से पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। घर आकर किसी से कुछ नहीं बोला महकार
महकार ने रविवार को घर पहुंचकर किसी से बात नहीं की। वह खामोश रहा। गांव के लोगों से भी उसने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। दिन भर घर पर मिलने वालों की भीड़ लगी रही। ये खबर भी पढ़ें…
छात्राओं से छेड़खानी..एनकाउंटर में दो बदमाशों को मारी गोली:देवरिया में घेराबंदी की तो फायर किए; 45 मिनट मुठभेड़, पैर में लगी बुलेट देवरिया में स्कूल से लौट रही छात्राओं से छेड़खानी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने पैर में गोली मार दी। रविवार देर रात साढ़े 11 बजे मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी तो आरोपियों ने फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाब में फायर किए। 45 मिनट तक मुठभेड़ चली। पुलिस ने 4 राउंड फायरिंग की। इसमें दोनों को गोली लग गई। पढ़ें पूरी खबर
