शाहजहांपुर में तैनात एक महिला स्वास्थ्यकर्मी ने अपने इटावा निवासी पति और ससुराल पक्ष पर दहेज मांगने, मारपीट करने और घर से निकालने का आरोप लगाते हुए महिला थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़िता का आरोप है कि ससुराल वाले शादी के बाद से ही चार पहिया वाहन और 20 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। शाहजहांपुर के सीएमओ कार्यालय में तैनात एक महिला स्वास्थ्यकर्मी ने अपने इटावा निवासी बैंक मैनेजर पति और ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए महिला थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़िता की शादी पांच साल पहले इटावा जिले के एक बैंक मैनेजर से हुई थी। शादी के बाद से ही उसे कम दहेज लाने के ताने दिए जाने लगे और धीरे-धीरे ससुराल वालों ने चार पहिया कार और 20 लाख रुपये की मांग करना शुरू कर दिया। चार पहिया वाहन और 20 लाख रुपये की मांग की एफआईआर के मुताबिक, 14 सितंबर को पति ने फोन कर पीड़िता को घर बुलाया था। वह अपनी मां और भाई के साथ इटावा स्थित ससुराल पहुंची, जहां उसने ससुराल वालों के पैर छुए, लेकिन उन्हें घर में रुकने से मना कर दिया गया। आरोप है कि ससुराल वालों ने कम दहेज का ताना देकर चार पहिया वाहन और 20 लाख रुपये की मांग की। जब पीड़िता ने इसका विरोध किया, तो उसके पति के मामा ने बुरी नीयत से उसे घूरते हुए सिर से पल्लू खींच लिया। इसके बाद, पीड़िता, उसकी मां और भाई के साथ मारपीट की गई और उन्हें घर से बाहर निकाल दिया गया। आरोप है कि ससुराल वालों ने दहेज के बिना घर वापस आने पर जान से मारने और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी। ससुराल वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की पीड़िता ने बताया कि वह और उसका परिवार पिछले दो सप्ताह से ससुराल पक्ष को मनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ससुराल पक्ष की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। अब उसके पति ने भी उससे फोन पर बात करना बंद कर दिया है। पीड़िता ने अपने भविष्य को लेकर चिंता जताते हुए ससुराल वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
