मुजफ्फरनगर में संयुक्त हिंदू मोर्चा के तत्वावधान में जिले के विभिन्न हिंदू और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने मुस्लिम समाज द्वारा किए जा रहे हिंसक प्रदर्शनों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। यह ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट विकास कश्यप को मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए दिया गया। साधु-संतों के समर्थन में प्रदर्शन करते हुए, हिंदू नेताओं ने महामंडलेश्वर यति नरसिहानंद महाराज की सुरक्षा की मांग की। उन्होंने कैराना सांसद इकरा हसन द्वारा महाराज के खिलाफ अपमानजनक बयान देने पर कानूनी कार्रवाई की भी अपील की। प्रदर्शनकारी नेताओं का कहना था कि पाकिस्तान में ईश निंदा के नाम पर हिंसक घटनाएं होती हैं, और अब उत्तर प्रदेश समेत देश के अन्य हिस्सों में भी ऐसे ही प्रदर्शन हो रहे हैं। हिंसक घटनाओं की आलोचना हिंदू नेताओं ने बताया कि पुलिस थानों पर हमले हो रहे हैं और आम जनता की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जा रहा है, जबकि भारत में ईश निंदा कानून लागू नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि डसना मंदिर के महंत यति नरसिहानंद सरस्वती के बयान की उच्च स्तरीय जांच कराए बिना उनके खिलाफ किसी कार्रवाई का औचित्य नहीं है। मांस की दुकान हटाने की मांग साधु-संतों ने नवरात्रि के दौरान मंदिरों के निकट मांस की दुकानों को हटाने की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होने पर उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, जो कि हिंदू विरोधी कार्य है। कैराना सांसद इकरा हसन के दबाव में ऐसा किया जा रहा है, ऐसा आरोप भी लगाया गया। इस प्रदर्शन में सूरज मिश्रा, राजू कुमार, राजकुमार सैनी, विपिन निर्वल, राहुल पाल, राजीव गर्ग, विनय बिंदल, अंशुल चौधरी, सूरज सेठी समेत अन्य नेता मौजूद रहे।
