सीसीएसयू के दुर्गा भाभी गर्ल्स हॉस्टल में सोमवार शाम को स्वतंत्रता संग्राम की महान वीरांगना दुर्गावती वोहरा उर्फ दुर्गा भाभी की जयंती मनाई गई। इस मौके पर साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद की ओर से सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में छात्राओं ने नृत्य, भाषण प्रतियोगिता और कविता पाठ की एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुति देकर समा बांध दिया। एकल नृत्य में डेजी शर्मा ने प्रथम और निशा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। सामूहिक नृत्य प्रतियोगिता में सृजना और शगुन ग्रुप ने प्रथम स्थान एवं पलक और रमा ग्रुप ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता में रमा ने प्रथम स्थान और पलक ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। कविता पाठ में शिप्रा प्रथम और ईशा द्वितीय स्थान पर रहीं। विजेता छात्राओं को ट्राफी और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। दुर्गा भाभी का जीवन संघर्ष और साहस का उदाहरण मुख्य अतिथि वार्डन प्रो. दिनेश कुमार ने कहा- दुर्गा भाभी का जीवन संघर्ष और साहस का उदाहरण है। आज के समय में महिलाओं के लिए जितनी सुविधाएं उपलब्ध हैं, सीमित सुविधाओं के दौर में भी दुर्गा भाभी ने विपरीत परिस्थितियों में भी अपने साहस और दृढ़ संकल्प से न केवल स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण का मार्ग भी प्रशस्त किया। आज हमें उनके आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण की दिशा में अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। दुर्गा भाभी के साहस और बलिदान की भावना को रखें याद वार्डन डॉ. सरू कुमारी ने कहा- दुर्गा भाभी का जीवन हम सभी के लिए एक प्रेरणा है। उनके साहस और बलिदान की भावना को हमें सदैव याद रखना चाहिए। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला के निर्देशन में आयोजित कार्यक्रम में निर्णायक मंडल में डॉ. रेणुका, डॉ. मोनिका, डॉ. वंदना राणा और डॉ. दिव्या शर्मा शामिल रहीं। असिस्टेंट वार्डन निधि भाटिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
