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यूपी के 27 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट:बिजली गिरने की संभावना; गोरखपुर में राप्ती नदी उफान पर, 29 गांव पानी में डूबे

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यूपी में लौटता मानसून आज बारिश के मूड में है। मौसम विभाग ने राजधानी लखनऊ समेत पूर्वांचल के 27 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में बारिश के साथ वज्रपात की संभावना भी जताई है। हालांकि 58 जिलों में ग्रीन अलर्ट के बीच भी लोकल डिस्टरबेंस के चलते रिमझिम बूंदाबांदी की संभावना है। शासन ने प्रयागराज-वाराणसी समेत 27 जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड समेत टीमों को अलर्ट मोड पर रखा है। नदियों के किनारे भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। कल रविवार दोपहर कानपुर, लखनऊ और गोंडा में तेज हवा के साथ बारिश हुई थी। लखनऊ में हवा के चलते चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एयर इंडिया की फ्लाइट को टेकऑफ 30 मिनट बाद किया गया। गोंडा में बारिश से सड़कों पर पानी भर गया। गोरखपुर में राप्ती नदी उफान पर है। 29 गांव बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं। राहत और बचाव के लिए 85 नावें लगाई गई हैं। महराजगंज में नेपाल ने 6 लाख 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा है। इसके चलते महराजगंज में 20 से अधिक गांवों में पानी भरा है। 6 अक्टूबर को हुई बारिश की तस्वीरें देखिए… 24 घंटे में यूपी में औसतन 0.5 मिमी बारिश
यूपी में रविवार को औसतन 0.5 मिमी बारिश हुई जो सामान्य से 80 फीसदी कम थी। एक अक्टूबर से लेकर 6 अक्टूबर तक यूपी में 1.1 मिमी बारिश हुई जो सामान्य 11.8 मिमी से 90 फीसदी कम है। 30 सितंबर तक कुल 746.2 मिमी बारिश हुई थी। 24 घंटे में को प्रतापगढ़ में सर्वाधिक 7.0 मिमी बारिश हुई। वहीं सोनभद्र में 3.4 मिमी, बांदा में 2.3, अंबेडकरनगर में 1.7, बस्ती में 0.7, मिर्जापुर में 2, प्रयागराज में 1.5, सिद्धार्थनगर में 3.4, वाराणसी में 1, झांसी में 0.2, मुजफ्फरनगर में 0.3, शाहजहांपुर में 1.6, शामली में 1.3 बारिश हुई। 4 महीने में प्रदेश के 22 जिलों में सामान्य से कम बारिश
मानसून के 4 महीने में प्रदेश के 22 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई। वहीं, 18 जिलों में जरूरत से ज्यादा बरसात भी हुई। सामान्य बारिश की बात करें तो राजधानी लखनऊ समेत 35 जिलों में कोटे के बराबर पानी बरसा। इसमें भी सेंट्रल यूपी और नेपाल से सटे जिलों में अच्छी बारिश हुई। वहीं, सामान्य बारिश वाले जिलों में दिल्ली-मध्य प्रदेश से सटे जिले शामिल हैं। इस सीजन में बाढ़ से 49 जिले प्रभावित हुए, 19 की मौत
इस सीजन में प्रदेश के 49 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए। 23 लाख से अधिक लोग बाढ़ की चपेट में आए। इनमें से 19 लोगों की मौत हो गई। करीब 4 हजार घर क्षतिग्रस्त हो गए। मानसून ने बांधों को पानी से लबालब कर दिया है। प्रदेश में 51 छोटे-बड़े डैम हैं। इनमें से 38 डैम 50% से ज्यादा भरे हैं। 21 डैम 80 से 100% तक भरे हैं। 5 सबसे बड़े डैम की स्थिति पिछले साल से अच्छी है। पानी इतना है कि इस बार पांचों डैम के गेट खोलने पड़े। 15 अक्टूबर तक विदा होगा मानसून
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, 12 से 15 अक्टूबर के बीच यूपी से मानसून विदा हो जाएगा। पिछले चार महीनों में प्रदेश में कुल 746.2 मिमी बारिश हुई। इस बार प्रदेश में मानसून सामान्य रहा है। मौसम वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश कहते हैं-प्रदेश में बारिश के कोटे के मुताबिक, जितनी बारिश होनी चाहिए थी वो हो चुकी। 75 में से 34 जिलों में जितनी बारिश होनी चाहिए थी, उतनी हुई। पिछले साल पूरे प्रदेश में कोटे से 17% कम बारिश हुई। इससे पहले 2020 में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई। आखिरी में जानिए किस जिले में सबसे ज्यादा और सबसे कम बारिश हुई… ये खबर भी पढ़ें…
पिछले साल से 17% ज्यादा बारिश:4 साल बाद कोटा पूरा, नेपाल से सटे जिलों में ज्यादा बरसात; अब आगे क्या?
यूपी से मानसून की विदाई हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, 4 से 6 अक्टूबर के बीच यूपी से मानसून विदा हो जाएगा। पिछले चार महीनों में प्रदेश में कुल 746.2 मिमी बारिश हुई। इस बार प्रदेश में मानसून सामान्य रहा है। पढ़ें पूरी खबर

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