120 का टिकट अब 90 रुपए में मिलेगा, पार्क में डायनासोर देखने उमड़ रही भीड़
लखनऊ। जनेश्वर मिश्र पार्क में बने जुरासिक पार्क में बच्चों का किराया अब 90 रुपए होगा। अभी तक बड़ों के साथ-साथ बच्चों का किराया 120 रुपए लग रहा था, लेकिन अब यह कम होगा। हालांकि उम्मीद थी कि यह किराया करीब 60 रुपए तक जाएगा लेकिन एलडीए ने वास्तविक किराए में महज 25 फीसदी की कटौती की है। हैपीनेस पार्क में बच्चों का किराया 60 रुपए ही था। लेकिन यहां पर 12 साल से कम उम्र के लोगों के लिए 90 रुपए किराया रखा गया है। एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार का कहना है कि यह आदेश जारी कर दिया गया है। लोगों में जुरासिक पार्क को लेकर काफी क्रेज है। दोपहर 2 से रात 9 बजे तक पार्क खुला रहता है।
डायनासोर देखने उमड़ रही भीड़
5 एकड़ क्षेत्र में फैला जुरासिक पार्क सिर्फ लखनऊ ही नहीं बल्कि अपनी तरह का प्रदेश में पहला पार्क है। यहां डायनासोर के विशालकाय मॉडल बनाए गए हैं, जो किसी मूर्ति की तरह खड़े न रहकर रोबोट की तरह इधर-उधर सिर घुमाते हैं, आंखें चमकाते और आवाज निकालते हैं। इन सभी विशाल रोबोटिक डायनासोर को जापान और ताइवान से मंगाया गया है। यहां टायरानोसॉरस रेक्स, वेलोसिरैप्टर और ट्राइसेराटॉप्स जैसे डायनासोर के जीवंत रोबोटिक मॉडल भी लगाए गए हैं।
गॉडजिला, किंग कॉग व मैमथ का रियल साइज मॉडल
पार्क में गॉडजिला, किंग कॉग व मैमथ के रियल साइज मॉडल लगाए गए हैं। यह मॉडल अत्याधुनिक सेंसर से लैस हैं। दर्शक डायनासोर के ब्रीथिंग व साउंड इफेक्ट के साथ मूवमेंट का भी लुत्फ उठा रहे हैं। जुरासिक पार्क में स्कल्पचर आदि के निर्माण में बेकार पड़ी वस्तुओं जैसे कि गाड़ियों के स्क्रैप और टायर का प्रयोग किया गया है। इसमें डायनासोर की कई प्रजातियों के रियल साइज मॉडल बनाए गए हैं। डायनासोर का एक मॉडल 55 फुट तक ऊंचा है।
मेन एंट्री गेट की ऊंचाई लगभग 9 मीटर
पार्क के मेन एंट्री गेट की ऊंचाई लगभग 9 मीटर है। इस पर उड़ने वाले डायनासोर (टेरानोडॉन) का मॉडल स्थापित किया गया है। पार्क के एक हिस्से में वॉटर फॉल और डायनासोर स्कल की आकृति वाली गुफा बनाई गई है। इसके अलावा यहां डायनासोर राइड की सुविधा भी दी गई है, जोकि पार्क में आने वाले बच्चों व युवाओं के लिए आकर्षण का केंद्र है। इसे बनाने में करीब आठ करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। डायनासोर का रिकॉर्ड जानते हैं लोग
प्राधिकरण उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि पार्क में एक बड़ा कैफेटेरिया बनाया जा रहा है। इसके अलावा यहां घूमने आने वाले दर्शकों की सहूलियत के लिए पाथ-वे के किनारे निर्धारित स्थानों पर सिटिंग प्वाइंट तथा कुछ जगहों पर आकर्षक सेल्फी प्वाइंट्स भी विकसित किए गए हैं। पार्क में आने वाले लोग डायनासोर की उत्पत्ति से लेकर विलुप्त होने तक की पूरी कहानी जान सकते हैं। इसके लिए अलग-अलग स्थानों पर साइनेज बोर्ड लगाए जाएंगे, जिनमें डायनासोर से संबंधित जानकारी रहेगी। जुरासिक पार्क में आने वाले लोगों को सिर्फ डायनासोर ही नहीं बल्कि हिम युग में धरती पर पाए जाने वाले मैमथ, जो दिखने में आज के हाथियों जैसे ही लगते थे। बड़े-बड़े दांतों वाले बाघ आदि के मॉडल भी यहां स्थापित किए गए हैं। विशाल आकार वाले किंग कॉन्ग, गॉडजिला आदि के मॉडल भी बनाए गए हैं।
4 मीटर के टॉकिंग-ट्री लगाए गए
मुख्य द्वार से जैसे ही लोग इस पार्क में प्रवेश करेंगे उनका स्वागत करने के लिए यहां 4 मीटर ऊंचे दो बड़े-बड़े बोलने वाले पेड़ (टॉकिंग-ट्री) खड़े मिलेंगे। जो दर्शकों का स्वागत करने के साथ ही उन्हें पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने का काम करता है।