बाराबंकी के देवा शरीफ में सूफी संत हाजी वारिस अली शाह की दरगाह पर भव्य मेले की शुरुआत हो चुकी है। विश्व प्रसिद्ध देवा मेले का डीएम सत्येंद्र कुमार की पत्नी डा० सुप्रिया ने शेख मोहम्मद हसन गेट पर फीता काटकर शुभारंभ किया। उसके बाद डा० सुप्रिया ने शांति का प्रतीक सफेद कबूतर उड़ाया। फिर अपने परंपरागत अंदाज में ये करवा बैंड बाजों के साथ ऑडिटोरियम में पहुंचा। जहां एसपी दिनेश कुमार सिंह और एडीएम ने दीप प्रज्ज्वलित कर रंगारंग कार्यक्रमों की शुरुआत की। मेले में हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग होते हैं शामिल बता दें कि विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के हिंदू और मुस्लिम दोनों ही धर्म के मानने वाले हैं और उनकी मज़ार पर एक भव्य मेले का आयोजन देवा शरीफ में होता है। हर साल में इस पवित्र दरगाह पर उर्स आयोजित होता है। ये मेला हजरत वारिस अली शाह अपने पिता कुर्बान अली शाह की याद में हर साल उर्स का आयोजन करते थे। जो बाद में देवा मेला के नाम से जाना जाने लगा। ये आयोजन अंग्रेजों के दौर से चल रहा है। देश विदेश के लाखों जायरीन इनके दर पर आते हैं और अपनी दुआओं को पाते है। 10 तक चलेगा मेला देवा मेले का उद्घाटन डीएम की पत्नी करती है और समापन एसपी की पत्नी करती हैं। ये मेला 10 दिन तक चलेगा। जिसमे म्यूजिकल नाइट, ऑल इंडिया मुशायरा,कवि सम्मेलन समेत कई रंगा रंग कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस मजार पर लाखों की संख्या में हर मज़हब के श्रद्धालु शामिल होते हैं। ये मेला सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के पिता कुर्बान अली शाह की याद में अंग्रेजों के दौर से आयोजित होता चला आ रहा है।
