अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने लोगों से कच्ची मिट्टी की मूर्तियों के प्रयोग पर जोर दिया है। यह अपील सोमवार को गोमती नगर के आरआर सेंटर में मंगलमान अभियान की बैठक में की गई। इस दौरान अधिक से अधिक लोगों को कच्ची मिट्टी की मूर्तियों को खरीदने के लिए प्रेरित किया गया। इस मौके पर अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री संदीप बंसल ने व्यापारियों से आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वे अपने पूजा स्थलों पर कच्ची मिट्टी से निर्मित मूर्तियों का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि कच्ची मिट्टी की मूर्तियों का विसर्जन आसानी से घर के टब या बाल्टी में किया जा सकता है। इससे जल प्रदूषण की समस्या से बचाव होता है। संदीप बंसल ने बताया कि वर्तमान में बाजार में उपलब्ध अधिकांश मूर्तियां प्लास्टर ऑफ पेरिस या पक्की मिट्टी की होती हैं जो आसानी से नहीं घुलती। इसलिए पर्यावरण के अनुकूल कच्ची मिट्टी की मूर्तियों को ही बेचना बेचें जो आसानी से पानी में घुल सके। विसर्जन प्रक्रिया के सुधार अभियान के संयोजक प्रोफेसर रामकुमार तिवारी ने विसर्जन के स्थायी समाधान के लिए एक मॉडल विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष नगर निगम के पार्कों में अस्थाई विसर्जन कुंड बनाए जाने की योजना है। लोग वहां जाकर आसानी से विसर्जन कर सकेंगे। इसके अलावा नगर निगम द्वारा संचालित ट्रिपल आर सेंटर्स पर पूरे वर्ष खंडित प्रतिमाओं का कलेक्शन किया जाएगा। प्रोफेसर तिवारी ने कहा कि हम नगर निगम अधिकारियों के साथ मिलकर विसर्जन की प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। बैठक में नगर निगम अधिकारियों के साथ- साथ मंगलमान कार्यकर्ता पंकज मिश्रा, राजीव अग्रवाल, नवल पांडे, शुभम वर्मा, उमेश चंदन, अभिषेक यादव और उपवन रक्षक भी उपस्थित रहे।