सोनबरसा में 11 हजार वोल्ट का तार गिरने से एक ही परिवार के तीन लोगों की जलकर मौत हो गई थी। इसमें बिजली निगम की लापरवाही सामने आयी थी। एक्सईएन को दूसरे जिले में स्थानांतरित कर दिया गया और जेई सस्पेंड हो गया। लेकिन इस घटना के बाद भी बिजली निगम ने कोई सबक नहीं लिया है। दावा किया गया था कि पूरे जिले में जर्जर पोल व तार ठीक कर लिए जाएंगे लेकिन इस दिशा में ठोस कदम नजर नहीं आ रहा है। आज भी कई क्षेत्रों में हाई टेंशन लाइन का तार लकड़ी के पोल पर दौड़ रहा है। खंभे टूट गए तो लोहे का एंगल लगाकर उन्हें जोड़ दिया जा रहा है।
भटहट क्षेत्र के करमहा बुजुर्ग के लोग काफी भयभीत हैं। यहां लकड़ी के पोल पर 11 हजार वोल्ट का तार गुजरा है। हवा चलने के साथ तार झूलता रहता है। टेलीफोन के खंभे पर हाई टेंशन लाइन गुजारी गई है। स्थानीय लोग कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है।
खतरे की आशंका से भयभीत हैं लोग
लगभग 19 दिन पहले सोनबरसा बाजार में हृदय विदारक घटना हुई थी। इंसुलेटर सहित 11 हजार वोल्ट का तार टूटकर गिर गया था। इसमें पिता, पुत्री व भतीजी की जलकर मौत हो गई थी। घटना के बाद हजारों लोग सड़क पर आ गए थे। बिजली निगम की लापरवाही को लेकर खूब सवाल उठे थे। घटना के बाद से करमहा बुजुर्ग के लोग भी काफी भयभीत हैं। जिस तरह से लकड़ी के पोल से हाई टेंशन लाइन गुजर रही है, उससे हमेशा खतरा बना रहता है।
रस्सी में बंधा है इंसुलेटर
विद्युत उपकेंद्र खुटहन से करमहा बुजुर्ग में बिजली की आपूर्ति होती है। गांव के बड़े टोले पर आज भी लकड़ी के पोल से ही हाईटेंशन लाइन जाती है। एलटी लाइन में इंसुलेटर को रस्सी से बांधकर काम चलाना पड़ता है।
ग्रामीण कर चुके हैं शिकायत
गांव के रहने वाले रमजान, अब्दुल, इसरायल, शादाब, अकालू ने बताया कि राशिद खान के खेत में लगे वर्षों पुराने लकड़ी के पोल पर हाई टेंशन लाइन दौड़ाई गई है। दो खेतों के बीच मेड़ पर इसे लगाया गया है। पोल तिरछा होने के कारण लोगों को आने-जाने में डर लगता है।
टेलीफोन के पुराने पोल पर बिछी है एलटी लाइन
गांव में धर्मस्थल के पास लगे ट्रांसफार्मर से आगे एलटी लाइन को टेलीफोन के पुराने पोल पर बिछाया गया है। पोल पर इंसुलेटर को रस्सी के सहारे बांधा गया है। धीमी गति से भी हवा चलती है तो तार आपस में टकराते हैं।
बिजली निगम कर रहा जल्द पोल बदलने का दावा
बिजली निगम के जेई अमित कुमार यादव का कहना है कि जर्जर पोल के बारे में जानकारी नहीं थी। जल्द ही रीवैम्प्ड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम से पोल व तार को बदल दिया जाएगा।
