बीएचयू में केन्द्रीय कार्यालय के बाहर ABVP का अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया हैं। कार्यक्रम के मुख्य गेट पर छात्र पढ़ाई करते दिखाई दिए। उनका कहना है कि आज दूसरे दिन विश्वविद्यालय प्रशासन के तरफ से कोई भी जिम्मेदार अधिकारी हम लोगों की बातें सुनते नहीं आया है हमें यह से हटाने के लिए प्राक्टोरियल बोर्ड की टीम तमाम प्रयास कर रही हैं। छात्रों ने कहा कि 19 सूत्रीय मांगों को लेकर विगत दिनों दिए गए ज्ञापन पर कोई कार्रवाई न होने पर केंद्रीय कार्यालय पर प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया है। अपनी मांगों पर कोई कार्रवाई न होने पर कुलपति से मिलने पहुंचे छात्रों को प्रॉक्टोरियल बोर्ड के गार्डों ने रोक लिया और उनके साथ बलप्रयोग भी किया जिसके बाद विद्यार्थी परिषद के छात्र अब अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गये हैं। IOE के धन के व्यय को सार्वजनिक करने की मांग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी प्रांत के प्रांत मंत्री अभय प्रताप सिंह ने कहा कि सामाजिक समावेशन केंद्र में पूर्व की भांति एम. फिल धारक विद्यार्थियों को प्रवेश का मौका दिया जाए। IOE के धन के व्यय का पूरा ब्यौरा सार्वजनिक किया जाए एवं मनमाने ढंग से सलाहकारों की नियुक्ति की जांच की जाए। जिस प्रकार के प्रशासनिक अराजकता का माहौल विश्वविद्यालय में व्याप्त है यह अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है छात्रों की समस्याओं से कोई सरोकार न होने के कारण ही प्रशासन छात्रों के साथ अभद्रता और बलप्रयोग कर रहा है यह किसी भी प्रकार से स्वीकार्य नहीं है। छात्रों की समस्या पर विवि नहीं कर रहा ठोस कार्रवाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी हिंदू विश्वविद्यालय इकाई के इकाई अध्यक्ष प्रशांत राय ने कहा कि विश्वविद्यालय में व्याप्त इन अनियमितताओं के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन पूर्ण रूप से जिम्मेदार है,अपनी समस्याओं को लेकर आए छात्रों के प्रति प्रशासन की संवादहीनता और उदासीनता अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं। छात्रों की समस्याओं पर जब तक विश्वविद्यालय प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता है तब तक हम प्रदर्शन जारी रखेंगे।
