बांग्लादेशी घुसपैठिया नवाब को रविवार को जेल भेजा गया है। खुफिया विभाग के अधिकारियों की पूछताछ में उसने ने कई खुलासे किए है। मामले में केस दर्ज कर अधिकारी जांच में जुट गए हैं। केस के अनुसंधानकर्ता एसआई सज्जन सिंह हैं। एएसपी रामपुकार सिंह ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी। नाम और पहचान भी गलत बताया एएसपी ने कहा कि रामपुर को दरकट्टी में पासपोर्ट कागजात वेरिफिकेशन के दौरान पकड़े गए बांग्लादेशी ने अपना नाम नवाब बताया था। आधार और वोटर कार्ड में भी उसका नाम नवाब था। लेकिन, तफ्तीश में नवाब का ओरिजिनल नाम अब्दुल हाकिम पता चला। जिसके पिता मो. अंसार अली, माता मनेरा बेगम हैं। वह बांग्लादेश के चंपाई नवाबगंज के देवीनगर वार्ड 7 का रहने वाला है। वह 3 साल पहले अवैध रूप से सीमा लांघकर भारत आया था। जिसके बाद कटिहार के सेमापुर में रह रही अपनी खाला के पास जाकर ठहरा । उसने डेढ़ साल पहले रामपुर को दरकट्टी स्थित गढ़बनैली में मुश्ताक की बेटी से शादी की। उसकी एक बेटी भी है।
बीएलओ पर हो कार्रवाई
भाजपा सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने सीमांचल इलाके में रह रहे घुसपैठियों की शिनाख्त कर उनके खिलाफ कार्रवाई की वकालत की है। उन्होंने डीएम व एसपी से बात करने के साथ ही राज्य सरकार को पत्राचार करने की बात कही। सांसद ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय जिस बीएलओ ने पैसे लेकर घुसपैठिए का वोटर कार्ड बनाया, उसपर कार्रवाई होनी चाहिए।
