नालंदा के पलटपुरा पैक्स में एक गंभीर मामला सामने आया है। गांव की एक महिला पैक्स सदस्य सलमा खातून ने जिला सहयोग समिति के सहायक निबंधक को एक आवेदन देकर आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप में कहा है कि पैक्स की सदस्यता सूची में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के नामों को जानबूझकर शामिल नहीं किया गया है। सलमा खातून के अनुसार, गांव के लगभग 100 मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ऑनलाइन सदस्यता के लिए आवेदन किया था। लेकिन उनका नाम सदस्यता सूची में शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पैक्स अध्यक्ष मुकेश यादव ने जानबूझकर अल्पसंख्यकों और दलितों के नामों को सूची से बाहर रखा है। पैक्स अध्यक्ष पर गंभीर आरोप सलमा खातून ने आरोप लगाया है कि पैक्स अध्यक्ष ने अपनी मनमर्जी से एक नई सदस्यता सूची तैयार की है। इसमें 275 लोगों के नाम शामिल हैं। इस सूची में किसी भी अल्पसंख्यक या दलित का नाम नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि पैक्स अध्यक्ष ने गांव में एक गोदाम बनवाया है, इसमें ग्रामीणों की सहमति नहीं ली गई। ग्रामीणों की समस्याएं ग्रामीणों का कहना है कि पैक्स अध्यक्ष के कारण उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें राशन नहीं मिल रहा है और न ही उन्हें पैक्स से कोई लाभ मिल रहा है। वहीं, बिहारशरीफ के बीसीओ दीपक कुमार ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है। मामले की जांच की जा रही है। सरकार के गाइडलाइन के अनुरूप आगे की प्रक्रिया की जाएगी।
