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औरंगाबाद साइबर पुलिस को मिली बड़ी सफलता:8 साइबर फ्रॉड गिरफ्तार, कई फर्जी एटीएम, अवैध पासबुक, 3 लैपटॉप जब्त

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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और अन्य योजनाओं की लाभ बताकर लोगों से ठगी करने वाले 8 साइबर अपराधियों को औरंगाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये शातिर साइबर फ्रॉड अधिकांश पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों को अगली किस्त दिलाने के नाम पर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। मामला साइबर थाना औरंगाबाद का है। पकड़े गए अभियुक्तों की पहचान नवीनगर थाना क्षेत्र के अमौना गांव निवासी सौरभ कुमार सिंह, माली थाना क्षेत्र के सोनवर्षा खैरा गांव निवासी प्रसून राज, सूर्यमणि कुमार, अभिषेक कुमार, अंशु राज, जितपुर गांव निवासी प्रिंस कुमार, देव थाना क्षेत्र के देव निवासी प्रियांशु राज एवं बहुआरा गांव निवासी रौशन कुमार के रूप में की गई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से तीन लैपटॉप, 15 पीस आईफोन व अन्य कंपनी का मोबाइल, एक महिंद्रा एसयूवी कार, 18 एटीएम कार्ड सहित कई अवैध पासबुक एवं चेकबुक बरामद किया गया है। औरंगाबाद एसपी ने सोमवार की शाम प्रेस वार्ता कर जानकारी देते हुए बताया कि ये शातिर अपराधी हर बार तरीके बदल-बदलकर लोगों से ऑनलाइन ठगी किया करते हैं। आरोपियों ने लोगों को ठगने के लिए अब नया तरीका अपनाया। इसके तहत शातिर पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त दिलाने के नाम पर लोगों को अपने जाल में फंसा रहे थे। एसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि दरअसल बीते 20 सितंबर 2024 को प्रधानमंत्री किसान निधि योजना के नाम पर एक साइबर ठगी हुई थी। जिसमें अग्रतर कार्रवाई करते हुए पूर्व में दो अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। अनुसंधान के दौरान तकनीकी विश्लेषण एवं साइबर पोर्टल के अवलोकन से पाया गया कि उक्त संदिग्धों का खाता का लेनदेन की प्रक्रिया में कई राज्यों के लोगों को द्वारा (साइबर फ्रॉड से पीड़ित लोगों के द्वारा) रोक लगाई गई है। उक्त बैंक खातों को चिह्नित कर सत्यापन करने पर कुछ लोगों की पहचान किया गया जो औरंगाबाद जिले के रहने वाले हैं तथा सभी संदिग्ध खातों का संचालन इनके द्वारा किया जा रहा है। कांड की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अम्बरीष राहुल के द्वारा साइबर पुलिस उपाधीक्षक डॉ अनु कुमारी के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन कर अविलंब गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया था। गठित एसआईटी द्वारा आसूचना संकलन एवं तकनीकी विश्लेषण, टावर डंप तथा सीडीआर एवं एसडीआर विश्लेषण के आधार पर कांड का सफल उद्भेदन करते हुए कांड में संलिप्त इन सभी अभियुक्तों को विधिवत गिरफ्तार किया गया। पूछ-ताछ के क्रम में सभी अभियुक्तों के द्वारा अपना अपराध स्वीकार किया गया है तथा गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है। पुलिस उपाधीक्षक डॉ अनु कुमारी ने कहा कि ये साइबर अपराधी लोगों को पहले अपनी बातों में फंसाते हैं और कोई न कोई लालच देकर अपने मंसूबों को अंजाम देते हैं। शिकायत के आधार पर साइबर अपराधियों के ठिकाने पर छापेमारी की गई, जहां से आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस संदर्भ में दो लोगों को पूर्व में जेल भेजा जा चुका है।

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