नवादा के कौआकोल पीएचसी प्रभारी डॉ. पंकज कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में चिकित्सकों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। आईएमए के पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को चिकित्सकों ने काला बिल्ला लगाकर अपना विरोध दर्ज किया जो शनिवार को भी जारी है। अब सरकारी अस्पताल के साथ-साथ निजी क्लीनिकों में काम करने वाले डॉक्टरों ने भी अब काला बिल्ला पहनकर विरोध जताना शुरू कर दिया है। झूठे आरोप में पुलिस ने पकड़ा आईएमए के डॉ. शंबुक ने इस गिरफ्तारी को अवैध और नियमों के विरुद्ध बताया है। उनका कहना है कि पुलिस ने उनपर झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाते हुए कार्रवाई की गई है, जो सरासर गलत है। उन्होंने यह भी कहा कि कानून के अनुसार, जब तक दोष सिद्ध नहीं होता, तब तक किसी चिकित्सक की गिरफ्तारी नहीं होनी चाहिए, लेकिन इस मामले में इसका पालन नहीं किया गया। गिरफ्तारी का कारण 2 अक्टूबर को एक प्राइवेट क्लिनिक में जच्चा-बच्चा की हुई मौत को बताया जा रहा है, जिसके बाद डॉ. पंकज कुमार को गिरफ्तार किया गया। इस घटना से जिले के चिकित्सकों में गहरा रोष है, उनका कहना है कि इससे डॉक्टर की मानहानि हुई है। चिकित्सकों ने मांग की है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हो, डॉ. पंकज कुमार को तुरंत रिहा किया जाए, और उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं।
