जमुई में सोमवार को शहर के कचहरी चौक स्थित अंबेडकर प्रतिमा स्थल के समक्ष फिलिस्तीन के एकजुटता के समर्थन में व इजरायल हमले के खिलाफ वामपंथी दलों के आह्वान पर एक दिवसीय धरना दिया गया। इसकी अध्यक्षता सीपीआई जिला सचिव सुनील सिंह ने किया। जबकि मंच संचालन भाकपा माले नेता बाबू साहब सिंह ने किया। धरना को संबोधित करते हुए सीपीआई के वरिष्ठ नेता नवल किशोर सिंह ने कहा कि फिलिस्तीन पर लगातार जारी इजरायली हमले के एक साल पूरे हो रहे हैं। अब तक 42 हजार से ज्यादा बेगुनाह की जान जा चुकी हैं और करीब एक लाख लोग घायल है। नवल किशोर सिंह ने कहा कि अमरीका समेत अन्य साम्राज्यवादी देशों की मदद से आत्मरक्षा के नाम पर किया जा रहा यह एक खुला जनसंहार है। एक समूचे देश के वजूद को मिटा देने की कोशिश है। इजरायल को हथियारों के निर्यात पर रोक की मांग सीपीएम के नेता नागेश्वर महतो ने कहा कि युद्ध व मानवाधिकार से जुड़े तमाम अंतरराष्ट्रीय नियम, मान्यताएं व शांति अपील की धज्जियां उड़ती रही है। अब पेजर और संचार के अन्य तकनीक का भयानक इस्तेमाल करते हुए इजराइल ने लेबनान तक इस हमले का विस्तार कर दिया है। कुल मिलाकर जुल्म और अन्याय के एक भयानक दौर के हम गवाह हैं। माले नेता बासुदेव रॉय ने कहा कि दुनिया भर में लाखों लोग सड़कों पर आकर न सिर्फ इसका विरोध करते हुए तत्काल शांति की मांग करते रहे हैं बल्कि अपनी सरकारों पर फिलिस्तीनी अवाम के पक्ष में खड़े होने का दबाव भी बनाते रहे है। वाम दलों ने पूरी ताकत से सड़कों पर उतरकर इस जुल्म का विरोध दर्ज करते हुए इसे तत्काल रोकने की मांग करने का देशव्यापी आह्वान किया है। साथ ही मोदी सरकार से यह मांग किया है कि इजराइल को हथियारों के निर्यात पर फौरन रोक लगाई जाए और शांति प्रक्रिया की हिमायत की जाए जिससे आजाद फिलिस्तीन अस्तित्व में आ सके। मौके सीपीएम के जिला सचिव नोखेलाल सिंह, माले नेता मो हैदर, गजाधर रजक, मुरारी तुरी, नरेश यादव, अनिरुद्ध सिंह, ब्रमदेव ठाकुर समेत दर्जनों महिला और पुरुष मौजूद थे।
