झारखंड के लातेहार जिले में डीवीसी कंपनी की कार्यप्रणाली को लेकर स्थानीय हाइवा मालिकों और चालकों में आक्रोश देखा गया। चंदवा थाना क्षेत्र के बिराटोली कोल साइडिंग में गुरुवार को ड्राइवर यूनियन संघ के बैनर तले व्यापक विरोध प्रदर्शन किया गया, जिससे तुबेद कोल माइंस में कोयला परिवहन पूरी तरह से ठप हो गया। संघ के जिलाध्यक्ष तोहिद आलम, सचिव धर्मेंद्र सिंह और कोषाध्यक्ष साबिर अंसारी के अनुसार, डीवीसी में माइनिंग कार्य कर रही मां अंबे कंपनी द्वारा कोयला परिवहन में मनमानी की जा रही है। नई शुरू की गई बिराटोली साइडिंग में कोयला परिवहन के लिए भाड़ा दर तय नहीं किया गया है, जिससे स्थानीय परिवहनकर्ता प्रभावित हो रहे हैं। स्थानीय ट्रांसपोर्टरों की अनदेखी: ड्राइवर यूनियन संघ विरोध का एक प्रमुख कारण बाहरी कंपनी श्याम ट्रांसपोर्ट को दी जा रही प्राथमिकता है, जिसके लगभग 100 वाहन कोयला ढुलाई में लगे हैं। स्थानीय परिवहनकर्ताओं का आरोप है कि कंपनी खुलने से रोजगार की उम्मीदें थीं, लेकिन स्थानीय ट्रांसपोर्टरों की अनदेखी की जा रही है। विरोध कर रहे लोग ब्लैकमेलिंग कर रहे: लाइजनिंग अधिकारी हालांकि, मां अंबे कंपनी के लाइजनिंग अधिकारी बलराम पांडेय का कहना है कि विरोध कर रहे लोग ब्लैकमेलिंग कर रहे हैं। उनके अनुसार, जिन बाहरी वाहनों की बात की जा रही है, वे कंपनी के अपने वाहन हैं और स्थानीय गाड़ियों के संचालन से ही अधिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
