देश में पहली बार एक जगह तमाम प्रकार के डेटा देखने को मिलेंगे। केवल डेटा ही नहीं बल्कि उससे जुड़ा विज्युल्स भी देखने को मिलेगा। ताकि सम्बन्धित डेटा के आधार पर उससे जुड़ी समस्या का निदान तेजी से निकाला जा सके और पॉलिसी बनाई जा सके। देश में इस अहम काम को सबसे पहले बिहार करने जा रहा है। बिहार में गया स्थित बिपार्ड में यह विशेष सुविधा मिलने जा रही है। इसका नाम बिहार नेक्स्ट जेन रखा गया है। इस नई सुविधा का उद्घाटन मंगलवार को बिपार्ड परिसर में किया जाएगा। ये बातें नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने कही है। उन्होंने कहा कि यह काम आयोग की ओर से बिपार्ड करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में सभी प्रकार के मसलों से जुड़े डेटा तो बहुत मिल जाएंगे। लेकिन वे एक जगह कलेक्टिव वे में नहीं मिलेंगे। ‘बिहार नेक्स्ट जेन ‘ के तहत सभी प्रकार के मसले से जुड़े डाटा एक जगह और अपडेट मिलेंगे। इसकी खासियत विज्युलाइजेशन है। बिहार नेक्स्ट जेन न केवल डेटा मौजूद होंगे, बल्कि सम्बन्धित मसले पर आधारित विज्युलाइजेशन भी मिलेंगे। ताकि भविष्य में कोई भी पॉलिसी तैयार करने में सरकार को आसानी हो सके। यदि कोई समस्या है तो उसका निदान डेटा और विज्युल्स के आधार अध्ययन शुरू कर ठोस नीति तैयार की जा सके। बिहार नेक्स्ट जेन लैब के अलावा दो और लैब होंगी। नीति शाला लैब में एक प्रकार का सीखने का वातावरण बनता है, जो एडवांस लेवल की टेक्नोलॉजी का प्रयोग करता है। ताकि ऑफिसर प्रशिक्षण के प्रति आकर्षित हो सकें। यहां शॉर्ट फिल्मों की रिपोर्ट भी होगी जो लोकल केस स्टडी पर आधारित और ज्यादा आकर्षित होगा। इसका उद्देश्य विकास आधारित समस्याओं को सुलझाया जा सके और ठोस नीति लाई जा सके। विकसित चिंतन कक्ष यह लैब को इस ढंग से बनाया गया है, जहां एक साथ 1200 कर्मचारी एक साथ बैठकर एक ठोस नीति को तैयार कर सकते हैं।
