एजुकेशन रिपोर्टर| रांची रांची यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय प्रत्यायण मूल्यांकन परिषद (नैक) की टीम 19 से 21 नवंबर तक निरीक्षण के लिए आ रही है। इंटरनल क्वालिटी एस्योरेंस सेल (आईक् ूएसी) की मॉनिटरिंग में बेहतर ग्रेडिंग को लेकर जोर-शोर से तैयारी चल रही है। सोमवार को कुलपति डॉ. अजीत कुमार सिन्हा नैक मूल्यांकन को लेकर यूनिवर्सिटी शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों के साथ सीधा संवाद किया। शिक्षकों को मोटिवेट करते हुए कहा कि A++ ग्रेडिंग प्राप्त करने के लिए सभी को अपना सर्वोत्तम देना है। नैक मूल्यांकन में बेहतर सेवा देने वाले शिक्षकों को एप्रिसिएशन लेटर दिया जाएगा। वहीं दायित्वों का निर्वहन नहीं करने वाले को पनिशमेंट भी दिया जाएगा। वीसी ने शिक्षकों को नैक तैयारी को लेकर टिप्स भी दिए… टीम के रुप में कार्य करने, सभी को अपना सर्वोत्तम देने, छोटी-छोटी चीज पर ध्यान देने, अकादमिक कार्यों को इस तरह सुसज्जित करें कि बिना बताए भी नैक टीम को जानकारी मिल जाए। वीसी ने कहा कि नन टीचिंग स्टाफ विवि के स्तंभ हैं। इनके बिना एकेडमिक और प्रशासनिक कार्यों को संचालित नहीं किया जा सकता है। इस अवसर पर डॉ. बीके सिन्हा, डॉ. जीएस तिवारी, प्रॉक्टर डॉ. मुकुंद मेहता, साइकोलॉजी एचओडी डॉ. परवेज हसन, कॉमर्स एचओडी डॉ. अमर चौधरी, डॉ. एमएन जुबैरी, अंग्रेजी एचओडी डॉ. पूनम सहाय, डॉ. आनंद कुमार ठाकुर, डॉ. उषा किरण, डॉ. स्मृति सिंह, डॉ. जीएस झा, डॉ. राजकुमार समेत एचओडी, डीन, शिक्षक और कर्मचारी थे। एकेडमिक मजबूती के लिए किताब लिखने पर विशेष ध्यान दें शिक्षक रांची विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि पोस्टकार्ड के जमाने में शिक्षक किताब लिखते थे। लेकिन अभी शिक्षकों का किताब लिखने पर कोई ध्यान नहीं है। एकेडमिक मजबूती प्रदान करने के लिए शिक्षकों को किताब लिखना ही होगा। रिसर्च पर फोकस करना ही होगा। नैक में बेहतर ग्रेडिंग मिलने से विवि के साथ शिक्षकों का गौरव भी बढ़ेगा।
