पटना में जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने 14वें दिन अपना अनशन तोड़ा। जनसुराज आश्रम में अनशन तोड़ने से पहले उन्होंने गंगा नदी में स्नान किया, फिर बापू को प्रणाम किया। गंगा स्नान के दौरान पीके ने जनेऊ नहीं पहना था। जिस पर बिहार की सत्ताधारी पार्टी जेडीयू और बीजेपी ने सवाल उठाए हैं। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और विधान परिषद सदस्य नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि परेशान कंबल वाले किशोर जी राजनीति की आत्मा भी शर्मसार हो गई होगी। आप कैसे व्यक्ति हैं। जो कैमरे के सामने गंगा स्नान कर सकते हैं। परंपरा के अनुसार गंगा स्नान करते समय जनेऊ भी नहीं पहना है। बीजेपी ने बताया फर्जी ब्राह्मण वहीं, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता आसित नाथ तिवारी ने पीके को फर्जी ब्राह्मण बताया है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले प्रशांत किशोर कह रहे थे कि ‘हूं मैं पांडेय क्या कर लोगो? पांडेय जी का जनेऊ कहां है? उपनयन हुआ है या नहीं। सूर्खियां बटोरने के लिए तो नहीं पांडेय बन गए हैं। बिना संस्कार के कैसा ब्राह्मण। यह सब के सब फर्जीवाड़ा है। बिहार की जनता, छात्र और राजनीतिक दलों के साथ आपने फर्जीवाड़ा किया है। अब जाति के साथ भी फर्जीवाड़ा कर रहें हैं।
