जमुई में पंचायत सरकार भवन निर्माण को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। चकाई प्रखंड के नौवाडीह पंचायत की मुखिया अनीता देवी और उनके पति केदार यादव पर नियमों की अवहेलना कर मनमानी करने का आरोप लगा है। गुरुवार को नौवाडीह गांव के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी अभिलाषा शर्मा से मिलकर इस मामले में शिकायत की। ग्रामीणों का आरोप है कि मुखिया और उनके पति पंचायत सरकार भवन का निर्माण पंचायत मुख्यालय की बजाय संघरा गांव में अपने घर के बगल की निजी जमीन पर करा रहे हैं। यह कार्य प्रधान सचिव, पंचायती राज विभाग, बिहार सरकार के स्पष्ट निर्देशों का उल्लंघन है। नियमानुसार पंचायत सरकार भवन का निर्माण ग्राम पंचायत के मुख्यालय में ही किया जाना चाहिए। ग्रामिणों ने की कार्रवाई की मांग ग्रामीणों का कहना है कि मुखिया दंपति भविष्य में इस भवन पर अपना कब्जा जमाने की नीयत से यह कार्य करा रहे हैं। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है। यह मामला सरकारी धन के दुरुपयोग और नियमों की अवहेलना का स्पष्ट उदाहरण है, जिस पर तत्काल रोक लगाए जाने की आवश्यकता है। पंचायत सरकार भवन पर दबंग का रहेगा कब्जा स्थानीय लोगों ने डीएम से गुहार लगाते हुए बताया कि उक्त भवन के बनने के बाद इस इलाके के लोगों का उससे कोई फायदा नहीं होने वाला है। इस भवन में कुछ खास दबंग लोगों का कब्जा होगा। पीड़ितों ने पूरे मामले की जांच कर ग्राम पंचायत नौवाडीह मुख्यालय में ही पंचायत सरकार निर्माण कराने की मांग की है। इसको लेकर स्थानीय लोगों ने डीएम, प्रखंड विकास पदाधिकारी, डीडीसी सहित तमाम पदाधिकारी को भी आवेदन दिया है। साथ ही लोगों ने कहा कि यदि पदाधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देंगे तो स्थानीय लोग सड़क पर उतर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे। सचिव अमृतलाल मीणा ने जारी किया पत्र पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा ने एक पत्र जारी किया है। जिसमें बताया गया कि वर्तमान में पंचायत सरकार भवन का निर्माण ग्राम पंचायत मुख्यालय गांव में करने का प्रावधान है। बता दें कि कई ग्राम पंचायत के मुख्यालय गांव में प्रयुक्त भूमि नहीं मिल पा रही है। जिस कारण पंचायत में पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा है।