नागेश्वर कर्ण| पूर्णिया जीएमसीएच कैम्पस में मृत डॉक्टर के नाम चल रहा डेंटल क्लीनिक अभी तक बंद नहीं हुआ है। मृत डॉ. अनुराग सिंह के एडवांस डेंटल क्लीनिक को खाली कराने मामले में सिविल सर्जन व जीएमसीएच अधीक्षक आमने-सामने आ गए हैं। दोनों एक-दूसरे पर दोष मढ़ रहे हैं। जीएमसीएच के सुपरिटेडेंट का कहना है कि इसे सीएस को खाली करवाकर उन्हें हैंडओवर करना है। सीएस का तर्क है कि अब यह क्लीनिक सदर अस्पताल नहीं, बल्कि अपग्रेड किए गए मेडिकल कॉलेज में है। इसलिए इसे खाली कराना अधीक्षक व अस्पताल प्रबंधन की जवाबदेही है। डॉ. अनुराग कुमार सिंह के नाम पर संचालित एडवांस डेंटल क्लीनिक मामले में आरटीआई से मांगे जवाब में बड़ा खुलासा हुआ है। हाईकोर्ट दो साल पहले ही मामले को ख़ारिज हो चुका है। दैनिक भास्कर ने मामले को उजागर किया था। इसके बाद अधिवक्ता अरुणाभ भास्कर उर्फ गौतम वर्मा ने आरटीआई से जीएमसीएच अधीक्षक व कमिश्नर से इस मामले में जानकारी मांगी। जीएमसीएच अधीक्षक ने 24 जुलाई को जवाब में कहा था कि 2011 में डॉ. अनुराग कुमार सिंह ने पीपीपी मोड में जिला स्वास्थ्य समिति से क्लीनिक संचालन के लिए अनुमति ली थी। डॉ. अनुराग का 10.99 लाख का भुगतान लंबित है। भुगतान के लिए डॉ. अनुराग की पत्नी शालिनी सिंह ने आवेदन देकर भुगतान होने पर एक महीने में खाली करने की बात कही थी। अधीक्षक के जवाब से असंतुष्ट अधिवक्ता ने कमिश्नर के पास अपील की।