अलीगंज| साल 1941 में अलीगंज बाजार के निवासी सोमर साव संतान प्राप्ति के लिए अलीगंज में मां दुर्गा मंदिर का नींव रखकर पांच वर्षों तक मूर्ति स्थापित किया था और मां दुर्गा की कृपा से उन्हें संतान प्राप्ति हुई थी। पांच वर्षों तक उन्होंने अपने खर्च से मा दुर्गा की पूजा की। तबसे मा दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर अलीगंज बाजार वासियों द्वारा पूजा-अर्चना की जाती है। यहां माता को पाठा की बलि देने की परंपरा है। नवादा-सिकन्दरा मुख्य मार्ग से एक किमी अलीगंज अन्दर बाजार में मां की मंदिर है जहां आने-जाने के लिए वाहन की सुविधाएं उपलब्ध है। प्रखंड के अलीगंज पंचायत में स्थापित मा दुर्गा मंदिर में संतान प्राप्ति के लिए प्रत्येक साल हजारों भक्त पहुंचते है। इस मंदिर में कई प्रकार की कहानियां व आस्था जुड़ी हुई हैं। प्रतिमा बनाने के लिए बाहर से मूर्तिकार मूर्ति बनाने के लिए आते हैं। अलीगंज प्रखंड के सभी पंचायत के विभिन्न गावों से इस दुर्गा मंदिर के प्रति भक्तों में अटूट आस्था है। ऐसी मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से कामना करता है उसकी मनोकामना पूरी होती है। इस बार भी पूजा समितियों द्वारा मा मंदिर का भव्य पंडाल बनाया गया है। दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष व ग्रामीणों के द्वारा पूजा का कार्यक्रम हर वर्ष के भांति इस वर्ष भव्य पंडाल व सजावट के साथ निर्माण कर किया जा रहा है।
