मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल में अगले 2 दिन कोहरा रहेगा जबकि भोपाल, इंदौर-उज्जैन में बादल छाए रहेंगे। मौसम विभाग के मुताबिक, 19-20 जनवरी से ठंड का असर फिर बढ़ेगा। इस बार जनवरी के आखिरी सप्ताह में भी तेज ठंड पड़ने का अनुमान है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की एक्टिविटी की वजह से गुरुवार को श्योपुर, मुरैना में बारिश हुई जबकि भोपाल-इंदौर समेत प्रदेश के कई शहरों में बादल छाए रहे। इससे पहले 24 घंटे में भिंड, मुरैना, श्योपुर, आगर-मालवा, धार, नीमच, मंदसौर और ग्वालियर में बारिश हुई। मौसम विभाग ने अब बारिश का दौर थमने और कोहरे का असर बढ़ने का अनुमान जताया है। एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा
मौसम विभाग ने 18 जनवरी से अगले वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने की संभावना जताई है। यह उत्तर-पश्चिमी भारत को प्रभावित करेगा। इसका असर हिमालय की तरफ भी रहेगा। जिससे बर्फीली हवा की रफ्तार बढ़ जाएगी, जो मध्यप्रदेश में भी आकर ठिठुरन बढ़ा देगी। अगले 2 दिन ऐसा रहेगा मौसम कड़ाके की ठंड… नौगांव में दिन का पारा 15.5 डिग्री
मध्यप्रदेश में गुरुवार को कड़ाके की ठंड रही। कई शहरों में दिन का तापमान 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। छतरपुर का नौगांव सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। खजुराहो में 16 डिग्री, शिवपुरी में 17 डिग्री, टीकमगढ़ में 17.5 डिग्री, रतलाम में 19.5 डिग्री, गुना में 19.6 डिग्री, रायसेन-सतना में 21.2 डिग्री, धार-रीवा में 21.4 डिग्री, सीधी में 22.2 डिग्री, नरसिंहपुर में 23.2 डिग्री, मलाजखंड में 23.5 डिग्री और सागर में 23.8 डिग्री तापमान रहा। बड़े शहरों की बात करें तो ग्वालियर सबसे ठंडा रहा। यहां तापमान 18.6 डिग्री पहुंच गया। भोपाल में 23.4 डिग्री, इंदौर में 22.6 डिग्री, उज्जैन में 20.4 डिग्री और जबलपुर में तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुरुवार सुबह प्रदेश के ग्वालियर, चंबल समेत कई संभाग में कोहरा रहा। मुरैना, श्योपुर में बारिश भी हुई। हालांकि, रात के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली है। कई शहरों में रात का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। MP के 5 बड़े शहरों में जनवरी में ऐसा रहा सर्दी का ट्रेंड… भोपाल में 0.6 डिग्री पहुंच चुका टेम्प्रेचर
भोपाल में जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है। दिन में गर्मी का एहसास और बारिश का ट्रेंड भी है। 18 जनवरी 1935 को रात का टेम्प्रेचर रिकॉर्ड 0.6 डिग्री सेल्सियस रहा था। वहीं, 26 जनवरी 2009 को दिन में तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। यहां पिछले 10 में से 7 साल बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सबसे ज्यादा 2 इंच बारिश 6 जनवरी 2004 को हुई थी। वहीं, सर्वाधिक मासिक 3.8 इंच बारिश जनवरी 1948 को हुई थी। इंदौर में माइनस 1.1 डिग्री पहुंच चुका पारा
इंदौर में जनवरी में सर्दी का रिकॉर्ड माइनस में पहुंच चुका है। 16 जनवरी 1935 को पारा माइनस 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं, 27 जनवरी 1990 को दिन का तापमान 33.9 डिग्री रहा था। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 6 जनवरी 1920 के नाम है। इस दिन 3 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। वहीं, वर्ष 1920 में सर्वाधिक मासिक बारिश 4 इंच दर्ज की गई थी। जबलपुर में 1946 में रिकॉर्ड 1.1 डिग्री रहा था पारा
जबलपुर में भी जनवरी में ठंड-बारिश का ट्रेंड है। 7 जनवरी 1946 को रात का पारा रिकॉर्ड 1.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। वहीं, दिन का उच्चतम तापमान 33.4 डिग्री 7 जनवरी 1973 को रहा था। इस महीने बारिश भी होती है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 24 जनवरी 1919 को 2.5 इंच हुई थी। इसी साल पूरे महीने 8 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। उत्तरी हवा आने से ग्वालियर सबसे ठंडा
उत्तरी हवाओं की वजह से प्रदेश का ग्वालियर-चंबल सबसे ठंडा रहता है। जनवरी में यहां कड़ाके की ठंड का ट्रेंड है। पिछले 10 साल का रिकॉर्ड देखें तो 2018 में तापमान 1.9 डिग्री और 2019 में 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। 24 जनवरी 1954 को रात का तापमान माइनस 1.1 डिग्री सेल्सियस रहा था। ग्वालियर में जनवरी में बारिश भी होती है। साल 2014 से 2024 के बीच 9 साल बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 8 जनवरी 1926 को है। इस दिन 2.1 इंच पानी गिरा था। वहीं, 1948 में कुल मासिक बारिश 3.1 इंच हुई थी। उज्जैन में जीरो डिग्री रह चुका पारा
उज्जैन में भी उत्तरी हवा का असर रहता है। इस वजह से यहां कड़ाके की ठंड पड़ती है। 22 जनवरी 1962 को पारा 0 डिग्री सेल्सियस रहा था। पिछले 10 साल में टेम्प्रेचर 2 से 5.8 डिग्री तक रह चुका है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 11 जनवरी 1987 के नाम है। इस दिन सवा इंच पानी गिरा था। वहीं, सर्वाधिक कुल मासिक बारिश 2.2 इंच 1994 में हुई थी।
