प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भतीजे आदित्य विक्रम सिंह का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में आदित्य एसडीओपी और टीआई के मुंह पर सिगरेट का धुआं छोड़ने के बाद बहस करता है और कहता है कि बेटा मामला अब गरम हो गया। पुलिस ने मामले में आदित्य के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने, शासकीय सेवक से धक्का-मुक्की करने और गालीगलौज करने का केस दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि राघौगढ़ में ‘मैं हूं अभिमन्यु’ अभियान चल रहा है। कार्यक्रम के तहत स्कूल-कॉलेजों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को जागरूक करने के लिए रैली, परिचर्चा आदि की जा रही है। शुक्रवार को केनरा बैंक तिराहे पर कॉलेज स्टूडेंट्स नुक्कड़ नाटक कर रहे थे। तभी पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई और पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह का बेटा आदित्य वहां आ गया। उसने सिगरेट पीते हुए पुलिसकर्मियों को धमकाया और तत्काल कार्यक्रम बंद करने के लिए कहा। कॉलेज स्टूडेंट्स को भी फटकारा और वहां से जाने के लिए कहा। कॉलेज के रजिस्ट्रार पर फेंकी सिगरेट की ऐश
वीडियो में आदित्य एसडीओपी दीपा डुडवे और राघौगढ़ थाना प्रभारी जुबेर खान से बहस करते हुए दिखाई दे रहा है। पुलिस का कहना है कि उसने थाना प्रभारी के साथ धक्का-मुक्की भी की। साथ ही जेपी कॉलेज के रजिस्ट्रार संजय मिश्रा के ऊपर सिगरेट की ऐश भी फेंकी। आदित्य विक्रम सिंह के साथ ड्राइवर ऊधम सिंह घटना के दौरान मौजूद था। वो कह रहा था कि आदित्य सिंह छोटे राजा लक्ष्मण सिंह के बालक हैं। पूरा राघौगढ़ इन्हीं का है। राघौगढ़ थाने में आदित्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह है वीडियो में… ड्राइवर : ये बाबा साहब हैं। लक्ष्मण सिंह जी के यहां से। आदित्य : कानून मुझे ज्यादा पता है या तुम्हें। सुप्रीम कोर्ट से ऊपर हो क्या तुम? इसका नाम क्या है… (पुलिसकर्मी की ओर इशारा करते हुए) फोन लगाओ। एसडीओपी : मैं कोई गलत काम नहीं कर रही हूं। आदित्य: हां हो गया प्रोग्राम,चलो अंदर चलो। (छात्राओं को भीतर जाने का कहते हुए ) एसडीओपी: किसे कह रहे हैं आप? आप इस तरीके से बात नहीं कर सकते। आप यहां पर कुछ रखते हैं ताे मैं भी यहां पर कुछ हूं। मैं कोई गलत कार्यक्रम नहीं करवा रही हूं। आदित्य : क्या कर रहा है यार ये। देखो पुलिस की दादागीरी। बेटा मामला अब गरम हो गया है। वर्दी का धाैंस मत दिखाना। हट जा बे… (पुलिसकर्मी की ओर इशारा करते हुए) पुलिसकर्मी : हुकूम आपसे निवेदन है कि आप यहां से चले जाएं। हम आपसे निवेदन कर रहे हैं, आप जिस प्रकार से बात कर रहे हैं, यह कोई तरीका नहीं होता है। हम मानते हैं आपका राघौगढ़ है, सब है आपका, लेकिन बात करने का ये तरीका सही नहीं है। आदित्य : तू चुप बैठ। मेरा फोन ला…(पुलिसकर्मी की ओर अंगुली करते हुए) पुलिसकर्मी : ढंग से बात करिए आप। आदित्य : काहे का ढंग तेरेको बे। गाड़ी आ गई। हट जा साले। विवाद की असली वजह सिर्फ राैब प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दरअसल सारा मामला सिर्फ रौब का था। इलाके के लोग आदित्य को हुकूम कहते हैं। हुकूम का काफिला सड़क से निकल रहा था और 20 फीट की सड़क पर नुक्कड़ नाटक की वजह से जाम जैसी स्थिति बन गई थी। हुकूम के काफिले को थोड़ी देरी हो गई। बस उन्हें गुस्सा आ गया और पुलिसवालों से भिड़ गए।
