इंदौर में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) का प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल बनकर तैयार हो गया है। 3.78 करोड़ की लागत से बने इस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 29 अक्टूबर, धनतेरस के दिन दोपहर 12 बजे वर्चुअली करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी वर्चुअल माध्यम से शामिल होंगे। कार्यक्रम में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी और विधायक रमेश मेंदोला भी उपस्थित रहेंगे। खास बात यह है कि यह सुपर स्पेशलिटी अस्पताल रिकॉर्ड समय (दो साल) में बनकर तैयार हुआ है। कार्यक्रम सुबह 10 बजे से शुरू होगा। 12 एकड़ में हॉस्पिटल की बिल्डिंग, क्षमता 300 बेड नंदा नगर के सामने ESIC की जमीन पर बना यह सात मंजिला हॉस्पिटल 85 एकड़ में फैला है। इस बड़ी जमीन पर अस्पताल की बिल्डिंग 12 एकड़ में बनी है, जबकि बाकी हिस्सों में कैफेटेरिया, बड़ा पार्किंग स्थल और बगीचे के लिए जगह रखी गई है। इसकी क्षमता 300 बेड की है और इसे इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है कि इसे 500 बेड तक बढ़ाया जा सकता है। इसका निर्माण CPWD द्वारा किया गया है। दरअसल, इसी परिसर में स्थित ESIC की पुरानी बिल्डिंग में अब तक अस्पताल का संचालन चल रहा था। इसे अब इस नए अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। वर्तमान में मौजूदा स्टाफ से ही इसका संचालन किया जाएगा, जबकि नई नियुक्तियों की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। प्रदेश के 12 लाख कर्मचारियों को मिलेगा लाभ डॉ. आर.डी. रुबानी (रीजनल डायरेक्टर, ESIC) ने बताया कि प्रदेश में ऐसे कर्मचारी, जिनके संस्थान या विभाग ESIC से संबद्ध हैं और जिनकी सैलरी 21 हजार रुपये प्रति माह तक है, वे इसके दायरे में होंगे। ऐसे प्रदेश में 12 लाख कर्मचारी हैं जिन्हें इसका लाभ मिलेगा। खास बात यह है कि इनका पूरा इलाज मुफ्त में होगा। इन कर्मचारियों का ESIC में 4% तक अंशदान होता है, जिसमें कर्मचारी की सैलरी से 0.7% का योगदान रहता है। जल्द ही मेडिकल कॉलेज भी होगा शुरू डॉ. रुबानी ने बताया कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अस्पताल का वर्चुअली लोकार्पण किया जाना है। प्रधानमंत्री ने जो 10 मेडिकल कॉलेज की जो घोषणा की थी, उसमें यह भी एक है। इसकी अनुमति मिल गई है। जल्द ही यहां मेडिकल कॉलेज भी खुलेगा।
