प्रयागराज महाकुंभ में 28 जनवरी की देर रात करीब 1:30 बजे संगम नोज इलाके में हुई भगदड़ में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 30 लोगों की मौत हुई है और 60 लोग घायल हैं। भगदड़ सिर्फ एक जगह हुई और मरने वालों की संख्या सिर्फ 30 है। प्रशासन के दावे पर आज दो बयान सामने आए। जिसमें संसद के बजट सत्र में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हजारों मौतों का दावा किया। तो वहीं अब उज्जैन में स्थानीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने भी भगदड़ में करीब 800 लोगों के हताहत होने का दावा कर दिया। जिसके बाद यूपी प्रशासन द्वारा जारी किए गए मौत के आंकड़े पर सवाल खड़े हो रहे है। प्रयागराज कुम्भ में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत के मामले में यूपी सरकार पर आंकड़े छपाए जाने के आरोप लग रहे हैं। हालांकि मामले में अब न्यायिक आयोग की टीम जांच कर रही है। राहुल गांधी से लेकर विपक्षी पार्टी के अन्य नेता और शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भी सीएम योगी को दोषी मानते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। इधर मौनी अमावस्या का स्नान करके उज्जैन लौटे अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने दावा किया की करीब 700 से लेकर 800 लोग भगदड़ में दबे थे। इसमें कितनी मौत हुई ये पता नहीं लेकिन मरने वाले सैकड़ों की तादाद में थे। भगदड़ के बाद 800 लोगों को लेकर गई एम्बुलेंस अखाड़ा परिषद के स्थानीय अध्यक्ष रामेश्वर दास महाराज ने कहा कि घटना वाले दिन रात करीब डेढ़ बजे से एम्बुलेंस की आवाजाही शुरू हुई। हमने एम्बुलेंस वाले से करीब 3 :30 से 4 बजे के बीच पूछा क्या घटना हुई कितने लोग हताहत हुए है एम्बुलेंस वाले ने बताया कि 15 चक्कर लगा चूका हूं। करीब 50 एम्बुलेंस उस समय कार्यरत थी। 50 एम्बुलेंस एक-एक को भी लेकर गई तो करीब 750 लोगों को ले गई होंगी। उसके बाद भी चलती रही। घटना घटी प्रशासन उसको छुपा रहा है। हो सकता है की लोगों के घबराने के डर से प्रशासन ने आंकड़े नहीं बताए। आंकड़े बहुत, हमारे सामने एक दबकर मरा रामेश्वर दास ने कहा कि आंकड़े तो बहुत है हमने प्रत्यक्ष में देखा है। हम संगम पर नहीं थे। हमरा रथ जब चल रहा था उसमे भी काफी भीड़ थी। हमारे सामने एक आदमी दबकर मर गया। हमने उसको उठाया। घटना में मौत तो काफी हुई है। करीब 700 से 800 के बीच का होना चाहिए। उसमे मरने वाले और घायल कितने है। ये प्रशासन ही बता सकता है। खड़गे ने कुम्भ में मरने वाले हजारों बताए संसद के बजट सत्र के तीसरे तीन प्रयागराज कुंभ में हुई भगदड़ के मुद्दे पर ज़ोरदार हंगामा हुआ है। विपक्षी सांसदों ने प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ में मरने वालों का ‘सही’ आंकड़ा जारी करने की मांग की। कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा पर भाषण की शुरुआत करते हुए कहा, “अपनी बात आरंभ करने से पहले मैं महाकुंभ में दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं जिन्होंने हज़ारों की संख्या में वहां पर अपनी जान दी है, कुंभ में.” शंकराचार्य ने भी इस्तीफे की मांग की महाकुंभ में 29 फरवरी मची भगदड़ का जिम्मेदार योगी सरकार को ठहरा रही है। इसी कड़ी में उत्तराखंड के जोशीमठ स्थित ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का बयान भी सामने आया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग की है।
