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बदलाव:भस्मआरती के लिए अब पिनाकी द्वार से रात 10 बजे मिलेंगे फॉर्म‎

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महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की भस्मआरती के फॉर्म अब पिनाकी द्वार के पास मिलेंगे। जमा भी यहीं होंगे। श्रद्धालु रात 10 बजे फॉर्म लेकर अगले दिन सुबह 7 बजे के बाद जमा करवा सकेंगे। इससे श्रद्धालुओं को फॉर्म लेने और जमा करने के लिए अलसुबह से कतार में लगने की जरूरत नहीं होगी। मंदिर में उन भक्तों के लिए यह व्यवस्था शुरू की गई है, जो एक दिन पहले मंदिर आकर लंबी कतार में लगकर ऑफलाइन अनुमति बनवाते थे। नई व्यवस्था के अंतर्गत अब भक्तों को दो दिन पहले शक्ति पथ पर स्थित पिनाकी द्वार के पास से रात 10 बजे से फॉर्म मिलना शुरू हो जाएंगे। श्रद्धालु फॉर्म अपने साथ ले जाकर अगले दिन सुबह 7 बजे काउंटर खुलने के बाद जमा करवा सकेंगे। मंदिर प्रशासक गणेशकुमार धाकड़ के अनुसार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बदलाव किया है। अब उन्हें ऑफलाइन भस्मआरती के लिए घंटों कतार में लगने की जरूरत नहीं है। वे आसानी से फॉर्म लेकर अगले दिन जमा करवा सकते हैं। जानिए… महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में भस्मआरती की व्यवस्था 1. ऑनलाइन : महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की अधिकृत वेबसाइट https://shrimahakale shwar.com/ पर विजिट कीजिए। वहां हिंदी व अंग्रेजी माध्यम में भस्मआरती बुकिंग का कॉलम दिखाई देगा। जैसे ही उस कॉलम पर क्लिक करेंगे, कैलेंडर खुल जाएगा। इसमें संबंधित दिनांक के साथ स्लॉट की जानकारी मिल जाएगी। जो स्लॉट खाली दर्शाया जा रहा है, उस दिन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। बाकी के लिए नहीं।
शुल्क : 200 रु. व्यक्ति, ऑनलाइन भुगतान होगा।
अनुमति कैसे मिलेगी : खाली स्लॉट के लिए आवेदन करने पर श्रद्धालु की ओर से दिए मोबाइल नंबर पर महाकाल मंदिर के ऑफिस से एक लिंक भेजी जाएगी, जो आम तौर पर आरती के एक दिन पहले दोपहर 2 से रात 11 बजे तक भेजी जाती है। उस पर क्लिक करके मांगी गई जानकारी भर दीजिए। भुगतान होने पर उसी मोबाइल पर ऑनलाइन टिकट दिए जाएंगे।
2. ऑफलाइन : त्रिवेणी संग्रहालय से सटे पिनाकी द्वार के पास एक काउंटर बनाया है, यहां प्रतिदिन रात 10 बजे से ऑफलाइन अनुमति के लिए फॉर्म मिलेंगे। एक फॉर्म पर पांच लोगों की अनुमति ली जा सकती है। फॉर्म में मांगी गई जानकारी भरने के बाद सभी श्रद्धालुओं को उसी काउंटर पर लगाए वेब कैमरे के सामने फोटो खींचवाने के लिए आना होगा। यह अनिवार्य है। इसके बिना अनुमति नहीं मिलेगी।
शुल्क : यह नि:शुल्क है। इसके लिए न तो फॉर्म का कोई शुल्क है, न ही अनुमति का। अभी यह थी व्यवस्था
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति प्रतिदिन 300 भक्तों को नि:शुल्क भस्मआरती की अनुमति प्रदान करती है। इसके लिए दर्शनार्थियों को एक दिन पहले महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक कार्यालय के पास बने काउंटर से सुबह 7 बजे फाॅर्म दिए जाते थे। फॉर्म भरकर तीन घंटे बाद उन्हें फिर से कतार में लगना होता था। उसके बाद ही फॉर्म जमा होते थे।

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