डिंडौरी में एक ही दिन में रेप के दो मामले सामने आए हैं। घर में खेल रही 6 साल की बच्ची से पड़ोसी ने दुष्कर्म किया। वहीं, शाम को नर्सिंग छात्रा को किडनैप कर उससे गलत काम किया गया। छात्रा नदी किनारे बेहोश मिली। दोनों ही मामलों में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पहली घटना- घर के अंदर बच्ची से दुष्कर्म शहपुरा थाना क्षेत्र में 6 साल की बच्ची अपने नाना-नानी के यहां गांव आई थी। माता-पिता शहपुरा में रहते हैं। रविवार सुबह करीब 10 बजे बच्ची घर के अंदर खेल रही थी। नानी घर के पीछे गोबर डाल रही थी। नाना किसी काम से बाहर गए थे। इसी दौरान आरोपी घर के अंदर घुसा। बच्ची का मुंह दबाकर उसके साथ गलत काम किया। बच्ची को दरवाजे के पास बदहवास हालत में छोड़कर आरोपी भाग गया। पड़ोस की लड़की ने जब उसे देखा, तो नानी काे बुलाया। नानी पहुंची, तो बच्ची के प्राइवेट पार्ट से खून निकल रहा था। बच्ची ने नानी को आपबीती बताई। शोर सुनकर गांव वाले भी इकट्ठा हो गए। इसके बाद नानी उसे शहपुरा थाने लेकर पहुंची। शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। हालत गंभीर, जबलपुर रेफर बच्ची को डिंडौरी जिला अस्पताल ले जाया गया। गंभीर हालत होने पर डॉक्टरों ने बच्ची को जबलपुर मेडिकल अस्पताल रेफर कर दिया है। आरोपी पेशे से मजदूर है। बताया जाता है कि पड़ोस में रहने के कारण बच्ची आरोपी को चाचा कहकर बुलाती थी। दूसरी घटना- नर्सिंग की छात्रा बेहोश मिली डिंडौरी सिटी कोतवाली टीआई गिरवर उईके ने बताया कि रविवार शाम करीब 7:30 बजे डायल 100 को सूचना मिली कि नर्मदा किनारे छात्रा बेहोश पड़ी है। टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया।यहां इलाज के बाद उसे होश आया। 20 साल की छात्रा ने पुलिस को बताया कि शाम को पड़ोस में रहने वाले चंद्रकांत मरावी (25) और राजकुमार (27) बहला-फुसलाकर सुनसान जगह ले गए थे। वहां आरोपी चंद्रकांत ने मारपीट की। उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद जब भागने लगी। रास्ते में अज्ञात बदमाश ने उसे रोक कर दुष्कर्म की कोशिश की। छात्रा वहीं बेहोश होकर गिर पड़ी। इसके बाद आरोपी उसे वहीं छोड़कर भाग गया। गांव वालों ने देखा, तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ रात करीब 11:30 बजे केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। यह भी पढ़ें- 22 दरिंदों की फांसी सुप्रीम कोर्ट-हाई कोर्ट में अटकी मध्यप्रदेश में पिछले एक हफ्ते में बच्चियों से रेप की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इन्हें लेकर विपक्ष तो सवाल उठा ही रहा है, सत्ता पक्ष के नेता भी आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं। राज्य में रेप के बढ़ते मामलों के बीच दैनिक भास्कर ने उन पीड़ित परिवारों से बात की, जिन्हें आज भी अपनी बेटियों के लिए इंसाफ का इंतजार है। साथ ही एक्सपर्ट से बात कर समझा कि रेप के आरोपियों की कोर्ट से सजा और बरी होने की दर क्या है? नया कानून रेप जैसे जघन्य अपराध से निपटने में कितना कारगर है? पढ़िए पूरी खबर
