अलीगढ़ के टप्पल यमुना एक्सप्रेस-वे पर बुधवार देर रात दर्दनाक सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई थी। इस दुखद घटना के लिए डग्गामार टूरिस्ट बस जिम्मेदार निकली। पांच लोगों की मौत के बाद मौके पर पहुंची दुर्घटना जांच समिति ने बस का पंजीयन निरस्त करने की संस्तुति फैजाबाद जिले के परिवहन विभाग को भेज दी है। इस बस के पास स्पेशल परमिट था जो एक पार्टी के लिए एक जगह से बुक होकर जा रही हो तब ही लिया जा सकता है। जांच समिति ने बताया कि बस में क्षमता से ज्यादा सवारियां मौजूद थीं, और सबसे बड़ी बात की बस का दुर्घटना वाले दिन भी ओवरस्पीड के लिए चालान हुआ था। अक्टूबर में समाप्त हो गया था ऑल इंडिया परमिट
टूरिस्ट बस का ऑल इंडिया परमिट और ऑथराइजेशन 4 अक्टूबर को ही समाप्त हो चुका था। इसके बावजूद बस संचालक ने ऑनलाइन स्पेशल परमिट ले लिया। घटना स्थल पर पहुंची दुर्घटना जांच समिति को मौके पर ट्रक और बस दोनों के चालक नहीं मिले। इस पर जांच समिति ने गाड़ियों के रजिट्रेशन और चेसिस नंबर के आधार पर वाहनों की जांच की। खास कारणों के लिए होता है स्पेशल परमिट
जांच में सामने आया कि स्पेशल परमिट खास कारणों के लिए होता है। यह केवल रिजर्व पार्टी यानी बस एक ही जगह से बुक होकर जा रही ही तब ही लिया जा सकता है। सवारियों से ली जा रही थी ऑनलाइन टिकट
रोडवेज की बसों की तरह ही यह टूरिस्ट बस भी सवारियों को ले जा रही थी। बस अंतर इतना था कि यह फर्जी तरीके से सवारियों को ले जाने का काम कर रही थी। बस संचालक बस पर लिखे मोबाइल नंबरों के माध्यम से ऑनलाइन प्रति व्यक्ति सीट बुक करता था और उनको एक स्थान से दूसरे स्थान पर छोड़ा जाता था। 19 अक्टूबर को लिया था स्पेशल परमिट
आरटीओ प्रवर्तन वंदना सिंह ने बताया कि बस संचालक ने ऑल इंडिया परमिट खत्म होने के करीब 45 दिन बाद 19 नवंबर को ऑन लाइन ही स्पेशल परमिट के लिए आवेदन किया था। इसमें बस संचालक ने खास कारण दर्शाते हुए रिजर्व कैटेगरी भरी थी। इसीलिए यह परमिट इसको 20 से 26 नवंबर तक के लिए मिल गया था। आरटीओ ने बताया कि जिस तरीके से यह बस का संचालन कर रहा है वह पूरी तरह से अवैध है। उन्होंने बताया कि बस के पंजीयन के निरस्तीकरण की संस्तुति जिला फैजाबाद के परिवहन विभाग को भेज दी गई है। क्षमता से ज्यादा थी सवारियां
बताया जा रहा है कि बस में क्षमता से अधिक सवारियां थी। डबल डेकर बस की क्षमता 51 यात्रियों की थी। इसके बावजूद बस में 58 से भी ज्यादा यात्री सवार थे। अधिक सवारी भरने पर कुछ यात्रियों ने नाराजगी भी जाहिर की थी, लेकिन बस चालक का कहना था कि कुछ सवारियां रास्ते में ही उतर जाएंगी। जांच समिति ने बताया कि टूरिस्ट बस पर पहले भी कई जिलों के चालान हुए हैं। इन चालानों की कीमत भी लाखों में है। वहीं इस बस का दुर्घटना वाले दिन भी ओवरस्पीड में चालान हुआ था।