आगरा के बाह क्षेत्र के बजरंग आश्रम में चल रही श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन आचार्य देवकीनंदन ने प्रहलाद चरित्र का वर्णन किया। युवाओं से प्रहलाद के चरित्र से सीख लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत को आजादी भीख में नहीं मिली है। आजादी के लिए हमारे पूर्वजों ने प्राणों की आहुति दी है। धर्म की स्थापना के लिए युद्ध भी आवश्यक है। युद्ध के लिए शस्त्र होना बेहद जरूरी है। इसलिए परिवार की रक्षा के लिए घर में शास्त्र और शस्त्र दोनों रखो। मित्र से शास्त्रीय भाषा में और शत्रु से शस्त्र से बात करनी चाहिए। जब भी अवसर मिले परोपकार करो आचार्य देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं जब भी जीवन मे परोपकार करने का अवसर मिले, तो परोपकार करो। भगवान ने जीभ दी है, उससे भजन करो, नेत्र दिए, उससे दर्शन करो, कान दिए, उससे कथा सुनो, हाथ दिए, उनसे भगवान की सेवा करो, धन दिया है, तो उसे दान करो। यह मानव की शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक होता है। यदि हिंदू संगठित रहेगा, तभी वह सुरक्षित रहेगा। उन्होंने सभी को मिलकर एक मजबूत और संगठित समाज बनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद इस मौके पर विधायक रानी पक्षालिका सिंह, श्याम भदौरिया ( चेयरमैन भूमि विकास बैंक, उत्तर प्रदेश), पूर्व विधायक हरिओम यादव, अरुण चतुर्वेदी, पवन चतुर्वेदी, दीपक शर्मा, कृपाशंकर दीक्षित, अनुपम मिश्रा, वीरेंद्र चतुर्वेदी, हिमांशु, अमृतांश, ओम, सूर्यांश अवधेष, राजेश, नरेश, हरिओम, पंकज, पवन, राघव आदि मौजूद रहे।