पीलीभीत में हुए एनकाउंटर में मारे गए खालिस्तानी आतंकी गुरविंदर सिंह की बुआ के घर पीलीभीत पुलिस, ATS और NIA पहुंची। खालिस्तानी आतंकी की बुआ लखीमपुर के निघासन में रहती है। टीम ने करीब बुआ से आधे घंटे पूछताछ की उसके बाद वापस लौट गई। इस मामले में बुआ का कहना है, मेरा भतीजा डेढ़ साल पहले मेरे घर आया था। तब उसने यहां पर एक लड़की को छेड़ दिया था, उसके बाद हम लोगों ने उसको घर से भगा दिया था। उसके बाद से वो यहां पर नहीं आया है। वो बहुत खुराफाती था, हम लोगों का उसे कोई मतलब नहीं था। हमें परेशान न किया जाए। जो गलती करेगा, उसको सजा भी मिलेगी। लखीमपुर में रहती हैं आतंकी गुरविंदर सिंह की बुआ पीलीभीत पुलिस, ATS और NIA को इस बात की जानकारी मिली थी कि खालिस्तानी आतंकी गुरविंदर सिंह की बुआ का घर लखीमपुर में है। वो यहां पर आया जाया करता था। खालिस्तानी आतंकी गुरविंदर सिंह से जुड़ी जानकारी लेने टीम बुआ के घर पहुंची थी। बता दें, पीलीभीत पुलिस ने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर 3 दिन पहले तीन खालिस्तानी आतंकी गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह का एनकाउंटर किया था। जिसके बाद से लगातार पुलिस इन तीनों से जुड़े कनेक्शनों की जांच कर रही है। भाई ने इसको अपनी मौसी से गोद लिया था- बुआ गुरविंदर सिंह की बुआ परमजीत कौर ने आगे बताया, गुरविंदर को भाई ने अपनी मौसी से गोद लिया था। मेरे भाई की कोई औलाद नहीं थी। वो इसको बेटे की तरह रखते थे। लेकिन ये बहुत झगड़ूा था। पंजाब में इसके ऊपर अपने एक दोस्त की हत्या का केस भी दर्ज है। ये तीन महीने जेल में रहकर जमानत पर बाहर आया था। हम लोगों को इसके खालिस्तानी संगठन में शामिल होने की कोई जानकारी नहीं थी। मेरे घर आकर भी इसने झगड़ा किया था- बुआ डेढ़ साल पहले से मेरे घर आया था। यहां पर भी उसका कई लोगों से झगड़ा हुआ। उसने मेरे एक जानने वाले की बेटी को छेड़ा था। तब हम लोगों ने उसको घर से भगा दिया था। अपने भाई से भी उसकी शिकायत की थी। इस बात से वो इतना नाराज था कि जब अप्रैल साल 2024 में मेरे पति की मौत हुई तो उसमें भी वो नहीं आया और न ही उसकी मां आई। बस मेरा भाई आया था। जब गुरविंदर छोटा था, तब उसको गन चलाना पसंद था। वो मेले से खिलौने में प्लास्टिक की गन खरीद कर लाता था। बुआ का बेटा अमेरिका में करता है नौकरी बता दें, बुआ परमजीत कौर के तीन लड़के हैं। जिनका नाम गुरविंदर सिंह, बलविंदर हैं और बलजीत सिंह है। बलविंदर की निघासन की पलिया रोड पर एसी रिपेयरिंग की दुकान है। वो एसी और फ्रिज को ठीक करता है। गुरविंदर अमेरिका में नौकरी करता है। बलजीत की निघासन पलिया रोड पर फर्टिलाइजर की दुकान है। यह खबर भी पढ़ें- पीलीभीत के होटल हरजी में रुके थे तीनों खालिस्तानी आतंकी:खुद को बलिया का बताया, कमरा नंबर 105 में 25 घंटे ठहरे, तीन मददगारों की तलाश पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकियों के एनकाउंटर के बाद पुलिस टीम उस होटल तक पहुंच चुकी है, जहां तीनों रुके हुए थे। पूरनपुर कस्बे के होटल हर जी में तीनों आतंकी 25 घंटे रहे थे। होटल में एंट्री लेते वक्त का CCTV भी सामने आया है। तीनों आंतकवादियों के साथ और 2 युवक भी दिख रहे हैं। इन्हें होटल में ठहराने के लिए किसी व्यक्ति का मैनेजर को फोन भी आया था। उसी व्यक्ति ने तीनों की फेक आईडी होटल के नंबर पर वॉट्सऐप की थी। होटल का किराया भी कम कराया था। यहां पढ़ें पूरी खबर