योगी आदित्यनाथ की सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री अपना दल एस के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपना दर्द लिखा है । उन्होंने अपनी राजनीतिक हत्या करने के लिए मीडिया और सोशल मीडिया पर तथ्यहीन और अनर्गल आरोप लगाने की बात कही है। लिखा है कि मुख्यमंत्री अगर आवश्यक समझें तो आरोपों की सीबीआई से जांच करा लें। इसी के साथ लिखा कि प्रधानमंत्री का जिस दिन आदेश होगा, बिना एक सेकेंड की देरी के मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। उन्होंने अपने पोस्ट में क्या लिखा है आइए जानते है। उनका कहना है कि “मीडिया और सोशल मीडिया पर मेरी राजनीतिक हत्या करने के लिए साज़िश के तहत तथ्यहीन और अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं।” मेरे मंत्रित्व काल में प्राविधिक शिक्षा विभाग में वंचित वर्ग से आने वाले कार्मिको के हितों की रक्षा के बारे में पूरे उत्तर प्रदेश को पता है। “सांच को आंच क्या! माननीय मुख्यमंत्री जी अगर आवश्यक समझें तो आरोपों की सीबीआई से जांच करा लें। मैं तो यहां तक कहता हूँ कि “दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए लगे हाथ बतौर मंत्री अब तक मेरे द्वारा लिए गए एक-एक निर्णय की भी सीबीआई से जांच करा लें।” सब को पता है कि इसके पीछे कौन है। आगे और भी ऐसे आरोप लगेंगे। ऐसे मिथ्या आरोपों से डरने वाले कोई और होंगे। अपना दल (एस) वंचितों के हक़ की लड़ाई से पीछे नहीं हटने वाला। “एक बात और, सामाजिक न्याय की जंग के लिए अपना दल (एस) माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और माननीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी के सानिध्य में 2014 में एन डी ए का अंग बना था। माननीय प्रधानमंत्री जी का जिस दिन आदेश होगा बिना एक सेकेंड की देरी के मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दूंगा।” इसी के साथ उन्होंने नरेंद्र मोदी, अमित शाह, अनुप्रिया पटेल और अपना दल एस को टैग किया हैं।