जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिज़ा मुफ्ती के हिंदुत्व और वीर सावरकर पर दिए गए विवादित बयान को लेकर वाराणसी में भाजपा कार्यकर्ताओं और महावीर सेना के सदस्यों ने विरोध जताया। विरोध प्रदर्शन के दौरान सिगरा क्षेत्र के चंदुवा बीर बाबा मंदिर में बुद्धि शुद्धि यज्ञ आयोजित किया गया। यह यज्ञ महावीर सेना के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र पाण्डेय के नेतृत्व में किया गया, जिसमें दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता और समाजसेवी शामिल हुए। भाजपाईयों ने किया बुद्धि शुद्धि यज्ञ प्रदर्शनकारियों ने इल्तिज़ा मुफ्ती को मानसिक तौर पर विक्षिप्त बताते हुए भगवान शिव से उनकी मानसिक स्थिति सुधारने की कामना की। इस दौरान उन्होंने समाज में धार्मिक सद्भावना बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। बोले- सार्वजनिक मंच पर मांगे माफी धर्मेंद्र पाण्डेय ने कहा कि इल्तिज़ा मुफ्ती ने वीर सावरकर को लेकर जो बयान दिया, उससे समाज में नफरत फैलती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुफ्ती परिवार की बेटी वर्ग विशेष के वोट बैंक को साधने के लिए सनातन धर्म और सावरकर को बदनाम कर रही हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस विवादित बयान के बाद इल्तिज़ा मुफ्ती को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा इस विरोध प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य समाज में समरसता और धार्मिक सौहार्द बनाए रखना था। इस बयान पर मचा बवाल जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ने पिछले दिनों कहा कि हिंदुत्व एक बीमारी है, जिसने लाखों भारतीयों को बीमार किया है। यह भगवान के नाम को भी कलंकित कर रही है। जय श्री राम का नारा अब राम राज्य के बारे में नहीं है। इसका इस्तेमाल भीड़ द्वारा हत्या के दौरान किया जाता है। इल्तिजा यह भी बोलीं- हिंदुत्व और हिंदू धर्म में बड़ा अंतर इल्तिजा ने हिंदुत्व की आलोचना करते हुए कहा कि यह 1940 के दशक में वीर सावरकर द्वारा प्रचारित नफरत की विचारधारा है, लेकिन मेरा मानना है कि इस्लाम की तरह हिंदू धर्म भी धर्मनिरपेक्षता, प्रेम और करुणा को बढ़ावा देने वाला धर्म है। इसलिए हमें इसे जानबूझकर बिगाड़ना नहीं चाहिए।