इसरो के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर एस वेंकटेश्वर शर्मा पहुंचे. जहां उन्होंने हनुमानगढ़ी और राम मंदिर में दर्शन पूजन किया। वे सरयु नदी में होने वाली आरती में भी भाग लेने पहुंचे. अयोध्या पहुंचे इसरो के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर ने राम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर निर्माण कार्य में लगी कार्यदाई संस्थाओं से मंदिर निर्माण की प्रगति और मंदिर निर्माण में आ रही बाधा पर चर्चा की। रामलला से अपनी और अपने आर्गेनाइजेशन की सफलता के लिए आशीर्वाद मांगा इसरो के पूर्व प्रमुख एस वेंकटेश्वर शर्मा ने कहा कि वह एक राकेट साइंटिस्ट हूं. मैंने सैटेलाइट क्षेत्र में कार्य किए हैं. 120 सेटेलाइट उन्होंने लॉन्च किया है, जिसमें प्रमुख रूप से चंद्रयान मंगलयान सूर्ययान यह हमारा वैज्ञानिक जीवन है। रामलला. भगवान से अपनी सफलता और अपने आर्गेनाइजेशन की सफलता के लिए आशीर्वाद मांगा है। राममंदिर निर्माण के तकनीकी और कैसे मंदिर बन रहा है. इसको देखने की उनकी उत्सुकता थी अयोध्या में राम लला के मंदिर की आयु लंबी और सुरक्षित रहे. किस तकनीकी से मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. इस पर विस्तार से वैज्ञानिक चर्चा हुई।.मंदिर को मजबूती प्रदान करने वाले तकनीकी पर चर्चा की। इस दौरान डॉ. एस वेंकटेश्वर शर्मा ने कहा कि अयोध्या आकर राम मंदिर निर्माण के तकनीकी और कैसे मंदिर बन रहा है. इसको देखने की उनकी उत्सुकता थी।. कहा कि वे राम मंदिर का फाउंडेशन कंस्ट्रक्शन को वह देखना चाहते थे. राम मंजहां कंपनियों से इसकी जानकारी ली।. मंदिर निर्माण के बाद कैसा दिखेगा रामलला का भव्य मंदिर, पर चर्चा पूर्व डिप्टी डायरेक्टर ने कहा कि मंदिर की फिनिशिंग कैसे होगी। मंदिर निर्माण के बाद कैसा दिखेगा रामलला का भव्य मंदिर, निर्माण में क्या-क्या तकनीकी का प्रयोग किया गया है. इसमें क्या-क्या चैलेंज थे? इस सब पर विस्तार से चर्चा हुई है।